(www.arya-tv.com) गोरखपुर में एक दिव्यांग को जिंदा जलाकर मार दिया गया। वह अपने घर के बाहर सो रहा था। आधी रात पड़ोसियों ने आग की लपट उठते देख परिवार को जानकारी दी। जब तक परिवार के लोग पहुंचे, तब तक दरवाजे पर सो रहे दिव्यांग सुरेंद्र यादव (25) की जलकर मौत हो चुकी थी। इस घटना से पूरा इलाका दहल गया है।
हिरासत में लिए गए 6 लोग
ये घटना चौरी चौरा के देवीपुर गांव में रविवार की देर रात हुई। दिव्यांग की बहन रीता ने आरोप लगाया कि गांव के प्रधान पति लालबचन से 7 दिन पहले सरकारी जमीन पर पानी की टंकी बनवाने को लेकर विवाद हुआ था। हमारा परिवार विरोध कर रहा था। इसलिए मेरे भाई को ही मार डाला।
ADG जोन अखिल कुमार, DM कृष्णा करुणेश और SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने महिला प्रधान के पति समेत 6 लोगों को हिरासत लिया है।
सरकारी जमीन पर पानी टंकी बनवाना चाहता था प्रधान पति
दरअसल, दोनों पैर से दिव्यांग सुरेंद्र के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। मां और भाई जोगेंद्र के साथ वह घर पर रहता था। उसके घर के पास स्थित सरकारी जमीन पर ग्राम प्रधान के पति लालबचन पानी की टंकी बनवाना चाह रहा था। जबकि सुरेंद्र और उसके परिवार के लोग इसका विरोध करते थे। एक हफ्ते पहले पैमाइश के दौरान सुरेंद्र और लालबचन के बीच कहासुनी भी हुई थी। गांव के लोगों ने बीच बचाव कराया। इसके बाद मामला शांत हुआ।
रात के खाने के बाद सुरेंद्र घर के बाहर सोया था
रविवार की रात में खाना खाने के बाद सुरेंद्र घर के बाहर चारपाई पर सोया था। रात 1:30 बजे पड़ोसी ने आग की लपट उठता देख शोर मचाया तो परिवार के लोग कमरे से बाहर निकले। उन्होंने देखा कि चारपाई पूरी तरीके से जल चुकी है, सुरेंद्र नीचे मृत पड़ा है। पानी डालकर किसी तरह से आग बुझाई गई, लेकिन सुरेंद्र को बचाया नहीं जा सका। परिवार के मुताबिक, चारपाई पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई थी।