कुंभ में सख्ती की तैयारी:अखाड़ों में साधु-संतों और श्रद्धालुओं की संख्या कम की जा सकती है

National

(www.arya-tv.com)कोरोना के बीच हरिद्वार में चल रहे कुंभ में बुधवार को शाही स्नान के मौके पर 10 लाख से ज्यादा भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई। अब खबर है कि सरकार कुंभ को लेकर सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। उत्तराखंड की तीरथ सरकार ने बुधवार को इस पर मंथन किया।

प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि भीड़ की वजह से कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन का पालन कुंभ में करवाने में लगातार दिक्कतें आ रही हैं। तीर्थयात्रियों और साधु-संतों में भी लगातार कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ते जा रहा हैं। ऐसे में कुछ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।

उनियाल ने बताया, ‘कुंभ में यात्रियों और अखाड़ों में साधु-संतों की संख्या सीमित की जा सकती है। समय निर्धारित किया जा सकता है, ताकि दिन में एक समय में तय संख्या में ही लोग कुंभ में मौजूद रहें।’

सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को लेकर हो सकती है सख्ती
उन्होंने बताया, ‘हर की पौड़ी के लिए खासतौर पर कुछ खास नियम बनाए जा सकते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता को सख्ती से लागू किया जा सकता है।’ उनियाल ने बताया कि कुंभ के अलावा शादी में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को 50 के करीब किया जा सकता है। शनिवार और रविवार को पूरी तरह कर्फ्यू लगाया जा सकता है।

यह पूछने पर कि क्या कुंभ को समय से पहले भी खत्म किया जा सकता है? उन्होंने कहा, फिलहाल सरकार ऐसा नहीं सोच रही। हम महामारी के विस्फोट से बचने के कुछ सख्त कदम उठाने की तैयारी में हैं। उधर, डीजीपी अशोक कुमार ने फिलहाल अभी ऐसे किसी आदेश को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की है। लेकिन उन्होंने कहा, शायद कुछ निर्णय लिए जाएं।

मेला प्रशासन के मुताबिक 14 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान में 5 बजे तक 10 लाख से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगाई। अभी वहां स्नान करने वालों की भीड़ लगी हुई थी। अगला और आखिरी शाही स्नान अब 27 अप्रैल को होगा।

लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा
12 अप्रैल को हुए पहले शाही स्नान के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने बाताया था कि कुंभ में भीड़ को देखते हुए हमने कोरोना टेस्टिंग का आंकड़ा 50 हजार से ज्यादा कर दिया है। 11, 12, 13 अप्रैल को लगातार 53,000, 49,000 और तकरबीन 60,000 लोगों की टेस्टिंग हुई। पहले दिन तकरीबन 800 लोग यानी 1.5 फीसद लोग संक्रमित पाए गए। दूसरे दिन तक यह आंकड़ा तरीबन 900 था तो तीसरे दिन भी 1000 के करीब लोग संक्रमित पाए गए।

हालांकि मेला प्रशासन और डीजीपी अशोक कुमार ने इस बात को साफ तौर पर माना था कि कोरोना की गाइडलाइन पालन करवाना अब मुमकिन नहीं रह गया। अशोक कुमार ने कहा था कि 9-10 अप्रैल तक हमने गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया लेकिन उसके बाद भीड़ को अनुशासित करने में दिक्कतें आने लगीं।