आज दुनिया के लिए उ.प्र. सबसे शानदार आर्थिक गंतव्य: लोकसभा अध्यक्ष

Lucknow

(www.arya-tv.com)लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि आज दुनिया के लिए उत्तर प्रदेश सबसे शानदार आर्थिक गंतव्य है। बड़े से बड़े देश भी आर्थिक गंतव्य चुनने में उत्तर प्रदेश को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह सब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के विचार एवं दूरदृष्टि का परिणाम है। उत्तर प्रदेश में हर नौजवान को रोजगार मिलेगा, किसान समृद्ध होगा। यह प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सिरमौर बनेगा।
लोक सभा अध्यक्ष जनपद गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी आयोजन में अपने विचार व्यक्त किये।

लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल वैभवपूर्ण संस्कृति, अध्यात्म व कठोर परिश्रम के लिए ख्यातिलब्ध है बल्कि आज विकास की दृष्टि से सबसे तेजी से आगे बढ़ता हुआ राज्य है। नए विचार रखने वाले मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में उद्योग, सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी सहित सभी क्षेत्रों में लंबा दृष्टिकोण बनाकर कार्य किया है। उत्तर प्रदेश कई देशों को मिलाकर भी बड़ा है। आज यहां शांति है, मजबूत कानून व्यवस्था है, न्याय, समानता व समतामूलक समाज है। जहां शांति होती है, वहीं प्रगति और खुशहाली भी आती है। यही कारण है कि कानून का राज और शांति होने के चलते दुनिया के लोग आर्थिक गंतव्य के लिए उत्तर प्रदेश को चुनते हैं।

लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत को जी-20 का नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है। उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है। जी-20 के माध्यम से हम कृषि उत्पादों और उनका मूल्य संवर्धन कर किसानों को आर्थिक रूप से और समृद्ध कर सकेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि भारतीय मनीषा ने ज्ञान परम्परा को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रखा था बल्कि व्यावहारिकता को पर्याप्त महत्व दिया, क्योंकि जीवन की व्यावहारिकता ही वास्तविक ज्ञान है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना वर्ष 1932 में महन्त दिग्विजयनाथ जी ने की थी। यह वह समय था जब गोरखपुर में आने के लिए साधन भी नही रहे होगे। उस समय शिक्षा की अलख जगाने के लिये महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के रूप मे बीज रोपित किया गया।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के समय यशस्वी नेतृत्व ने दृढ़ इच्छा शक्ति और हर विपरीत परिस्थिति में कार्य करने के जज्बे के साथ, चुनौतियो के बीच रास्ता निकाल कर देश के हर नागरिक को बिना भेदभाव योजनाओ का लाभ देने का कार्य किया। उन्हांेने कहा कि यह नया उभरता हुआ भारत है। इसमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हर व्यक्ति के लिए, हर प्रदेश के लिए है। इसमें हमें अपने आप को देखना होगा कि हम कहां हैं। यह हर एक के लिए अवसर है। उस अवसर के साथ स्वयं को जोड़ने के तरीके हमें सीखने होंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान को इण्डस्ट्री के साथ जुड़ना होगा। हमें बच्चों को क्लास रूम तक सीमित न करके व्यावहारिक जानकारी भी देनी होगी।

समारोह के दौरान महाराणा प्रताप पी.जी. कॉलेज की अर्धवार्षिक पत्रिका मानविकी तथा नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आचार्य पूर्णचन्द्र उपाध्याय की पुस्तक नीलकंठ महाकाव्यम का विमोचन लोकसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री ने किया। सप्ताह भर चली विभिन्न स्पर्धाओं के 650 विजेताओं में से 238 विजेताओं को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने हाथों से पुरस्कृत किया।
इसके पूर्व, स्वागत संबोधन में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. उदय प्रताप सिंह ने संस्था की प्रगति यात्रा की सविस्तार जानकारी दी। संचालन डॉ. श्रीभगवान सिंह व आभार ज्ञापन दिग्विजयनाथ पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश सिंह ने किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, शिक्षाविद्, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।