अब तक 1018 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश आयीं, 178 ट्रेनें रास्ते में: मुख्यमंत्री

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  • अब तक 1018 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश आयीं, 178 ट्रेनें रास्ते में: मुख्यमंत्री
  • प्रत्येक प्रवासी कामगार/श्रमिक को सुरक्षित उनके गृह जनपद में घर तक पहुंचाया जाए
  • राज्य की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को सबसे पहले भोजन व पेयजल उपलब्ध कराया जाए
  • हर जरूरतमंद को भोजन एवं खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए: मुख्यमंत्री
  • लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश
  • प्रभावी पेट्रोलिंग से सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए
  • एन-95 मास्क तथा पी0पी0ई0 किट को दोबारा इस्तेमाल किए जाने की सम्भावनाएं तलाशी जाएं
  • शीघ्रता से टेस्टिंग परिणाम प्राप्त करने के लिए ‘ट्रूनैट’ मशीन जैसे उपकरणों का शीघ्रता से प्रोक्योरमेंट किया जाए
  • सभी बड़े प्रोजेक्ट्स यथा गंगा एक्सप्रेस-वे आदि पर भी कार्य प्रारम्भ करने की कार्यवाही की जाए
  • एफ0पी0ओ0 तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को सुदृढ़ किया जाए, जिससे यह स्थानीय स्तर पर खाद्यान्न का भण्डारण कर सकें
  • राजस्थान में टिड्डी दल के प्रकोप के दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी बरती जाए
  • प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज के प्रदेश में प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्य योजना बनाते हुए भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किए जाएं
  • मुस्लिम धर्मगुरुओं से संवाद बनाकर यह अपील कराई जाए कि लोग लाॅकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही ईद मनाएं तथा नमाज पढ़े

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि अब तक 1018 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। 178 ट्रेनें रास्ते में हैं। इसके अलावा, बसों एवं अन्य साधनों से भी प्रवासी कामगार/श्रमिक आये हैं। अब तक 21 लाख से अधिक प्रवासी कामगार/श्रमिक सुरक्षित प्रदेश में पहुंच चुके हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इसी प्रकार आने वाले समय में भी प्रत्येक प्रवासी कामगार/श्रमिक को सुरक्षित उनके गृह जनपद में घर तक पहुंचाया जाए।

मुख्यमंत्री   अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को सबसे पहले भोजन व पेयजल उपलब्ध कराया जाए। प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सकुशल प्रदेश वापसी के साथ ही उन्हें क्वारंटीन सेन्टर में सुरक्षित पहुंचाया जाए। क्वारंटीन सेन्टर में इन्हें फूड पैकेट उपलब्ध कराया जाए। थर्मल स्कैनिंग के बाद स्वस्थ पाए गए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद को भोजन एवं खाद्यान्न उपलब्ध हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि होम क्वारंटीन के दौरान प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए। होम क्वारंटीन किए गए लोगों की सर्विलांस के लिए गठित निगरानी समितियों में आशा वर्कर के साथ अन्य सभी सदस्यों को सक्रिय रखा जाए। होम क्वारंटीन में रखे गए लोगों के घर के बाहर इस सम्बन्ध में अनिवार्य रूप से पोस्टर लगाया जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर में प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरा करने के पश्चात उनके रोजगार की व्यवस्था की जा सके। इसके तहत पात्र एवं इच्छुक लोगों के जाॅब कार्ड तैयार किए जाएं। राज्य में वापस आए प्रवासी नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कर्मियों की ट्रेनिंग कराई जाए।

मुख्यमंत्री  ने लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रभावी पेट्रोलिंग से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। कन्टेनमेन्ट जोन में आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जाए। संक्रमण से बचाव की दृष्टि से मण्डी स्थलों पर विशेष सावधानी बरती जाए। एक्सप्रेस-वेज़ पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तथा एम्बुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि एन-95 मास्क तथा पी0पी0ई0 किट को दोबारा इस्तेमाल किए जाने की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए। इसके लिए यदि किसी संस्थान द्वारा कोई तकनीक विकसित की गई है, तो उसका अध्ययन करते हुए इस सम्बन्ध में जरूरी कदम उठाए जाएं। अस्पतालों में जनरल ओ0पी0डी0 सेवाओं को छोड़कर, संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी सभी उपाय लागू करते हुए इमरजेंसी सेवाओं का संचालन तथा आवश्यक आॅपरेशन की कार्यवाही की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि टेस्टिंग क्षमता को 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक पहुंचाने के साथ-साथ शीघ्रता से टेस्टिंग परिणाम प्राप्त करने के लिए ‘ट्रूनैट’ मशीन जैसे उपकरणों का शीघ्रता से प्रोक्योरमेंट किया जाए। उन्होंने मई, 2020 के अन्त तक एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में कुल बेड की संख्या को बढ़ाकर 01 लाख किए जाने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि सभी बड़े प्रोजेक्ट्स यथा गंगा एक्सप्रेस-वे आदि पर भी कार्य प्रारम्भ करने की कार्यवाही की जाए। कृषक उत्पादक संगठन (एफ0पी0ओ0) तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को इतना सुदृढ़ किया जाए, जिससे यह स्थानीय स्तर पर खाद्यान्न का भण्डारण कर सकें। राजस्थान में टिड्डी दल के प्रकोप के दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी बरती जाए। प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज की योजनाओं के प्रदेश में प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्य योजना बनाते हुए, सम्बन्धित विभागों द्वारा अपने प्रस्ताव भारत सरकार को प्रेषित किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद-उल-फ़ित्र का पर्व आने वाला है। मुस्लिम धर्मगुरुओं से संवाद बनाकर उनसे यह अपील कराई जाए कि लोग लाॅकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही ईद मनाएं तथा नमाज पढ़े।

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक  शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।