युवती ने अपनी बड़ी बहन को अपहरण की सुनाई झुठी कहानी, भागने का था प्लान

Gorakhpur Zone

गोरखपुर (www.arya-tv.com) गोरखपुर से गायब हुई खजनी के बंगला पांडेय निवासी खुशी अपने दोस्त से मिलने हैदराबाद जा रही थी। बड़ी बहन के पास फोन कर उसने अपहरण की झूठी कहानी सुनाई थी। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने खुशी को मध्यप्रदेश के विदिशा से बरामद किया। बयान दर्ज करने के बाद उसे स्वजन के साथ घर भेज दिया गया।

पुलिस ने बताया

सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि 13 मार्च को खजनी की नेहा पांडेय ने कैंट थाने पहुंच बताया था कि उसकी 19 वर्षीय बहन का अपहरण हो गया है। वह एनसीसी बटालियन जाने के लिए घर से निकली थी।

दोपहर में उसने फोन कर बताया कि आटो में मिली महिला ने एक फोटो दिखाकर प्रसाद खिलाया जिसके बाद वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसका मोबाइल फोन स्वीच आफ हो गया। खुशी के घर वालों ने उच्‍चाधिकारियों को ट्वीट भी कर दिया।

पुलिस ने ऐसे पता लगाया

इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस जांच में जुट गई। जांच में पता चला कि वह लगातार फेसबुक मैसेंजर के जरिए किसी से बात कर रही है।

इसी आधार पर उसकी लोकेशन मध्यप्रदेश के विदिशा में मिली। गोरखपुर एसएसपी ने विदिशा के पुलिस अधिकारियों से बात कर युवती को बस से उतरवाकर बरामद कर लिया। जिसके बाद कैंट इंस्पेक्टर अनिल उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम (विदिशा) वहां गई और उसे साथ लेकर गोरखपुर आई।

हैदराबाद में मिली

सीओ के अनुसार पूछताछ में युवती ने बताया कि फेसबुक व व्हाटसएप मैसेंजर के जरिए दिसंबर माह मेें उसकी बातचीत हैदराबाद निवासी एक युवक से हुई। वर्तमान समय में वह हैदराबाद में है, जिससे वह मिलने जा रही थी।खुशी ने बताया कि 13 मार्च को वह अपनी बहन नेहा व दोस्त राजन तिवारी के साथ बाइक से शहर पहुंची।

वहां से बाइक से उतरकर कुछ दूर पैदल गई तथा उसके बाद आटो से रेलवे स्टेशन गई। जहां से ट्रेन पकड़कर लखनऊ पहुंची। वहां से बस में बैठकर हैदराबाद जा रही थी। सीओ ने बताया कि खुशी बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है।

युवती के अपहरण की कोशिश

उधर, उरुवा इलाके की 20 वर्षीय एक युवती को अगवा किए जाने की कोशिश के मामले में स्थानीय पुलिस ने मंगलवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित फरार है। सरगर्मी से उसकी तलाश की जा रही है। अपहरण के प्रयास की घटना 11 मार्च की है।

इस मामले में पीडि़ता के गांव के ही अरमान और उसकी मां के विरुद्ध अपहरण के प्रयास और धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि 11 मार्च की शाम को पांच बजे अरमान, पीडि़ता को झांसा देकर गांव के बाहर ले गया और मिठाई में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे खिला दिया। बाद में अर्ध बेहोशी की हालत में पीडि़ता को वह साथ लेकर बड़हलगंज अपने रिश्तेदार के घर पहुंचा।

वहां आरोपित की मां पहले से ही मौजूद थी। देर रात आरोपित और उसकी मां, पीडि़ता को साथ लेकर बांसगांव पहुंच। पीडि़ता के पिता को फोन उन्होंने बांसगांव बुलाया तथा उसे उनके हवाले करते हुए मुकदमा दर्ज कराने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। उरुवा थानेदार दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि पीडि़ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।