प्राइवेट नौकरी दिलाने का सपना दिखा ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय

Lucknow

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में सचिवालय, पुलिस विभाग, डाक विभाग, भारतीय सेना, एसएसबी, रेलवे और बैंक समेत कई सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलाने में नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। यह लोग संबंधित विभागों की मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को शिकार बना रहे हैं। ऐसे गिरोह की धरपकड़ के लिए एसटीएफ की एक विशेष टीम गठित की गई है। जो नौकरी के नाम पर बेरोजगारों संग ठगी कर रही है। पिछले एक महीने में दर्जन भर से ज्यादा ठगी करने वाले लोगों को एसटीएफ व लखनऊ की स्थानीय टीम ने गिरफ्तार किया है।

कंसल्टेंसी एजेंसी की आड़ में फर्जी जॉब लेटर देकर ठगी
कंसल्टेंसी एजेंसी नौकरी के नाम पर पहले तैयारी कर रहे छात्रों से पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे लेती हैं, फिर अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर एक मुस्त बड़ी रकम लेती हैं । फिर उन्हें ट्रैनिंग के नाम पर फर्जी सेंटर पर बुलाकर कुछ दिन रखती हैं। उसके बाद जॉब लेटर थमा कर लौटा देती हैं। लखनऊ के आलमबाग व हुसैनगंज में ऐसे ही सेंटर चल रहे थे। जो नौकरी के नाम पर फर्जी ट्रैनिंग व जॉब लेटर देकर लोगों को ठग रहे थे। बुधवार को नित्यप्रिय व श्यामबाबू को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया। दूसरी तरफ सेना में नौकरी के नाम पर दर्जन भर लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये ठगने वाले बृजेंद्र तिवारी व अंकित कटियार को गिरफ्तार किया गया।

स्वच्छ भारत मिशन में नौकरी के नाम पर 75 जिलों में ठगी
स्वच्छ भारत मिशन में सर्वेयर की भर्ती के नाम पर प्रदेश के 75 जिलों में ठगी हुई। पीड़ितों ने ठगी करने वाली कंपनी एसकेएसपीसी एचआर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर समेत छह लोगों के खिलाफ गुडंबा थाना में मुकदमा कराया, लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिला। इसमें सैकड़ों लोगों से सिक्योरिटी के नाम पर लाखों ले लिए गए, लेकिन सैलरी नहीं मिली।

नौकरी की जानकारी के साथ लगवाने का भी लेते थे ठेका
एसटीएफ के डिप्टी एसपी आवनीश्वर श्रीवास्तव के मुताबिक एडीजी एसटीएफ के निर्देश पर नौकरी के नाम पर ठगी करने वालों के खिलाफ अभियान चालाया जा रहा है। प्रदेश में सक्रिय ठगी गिरोह कसंल्टेंसी की आड़ में बेरोजगारों को केवल नौकरी की जानकारी ही नहीं देते थे, बल्कि सरकागी व प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में अच्छी सेलरी पर नौकरी लगवाने की गारंटी भी देते थे। रजिस्ट्रेशन से लेकर टेलीफोनिक इंटरव्यू तक कई चरण में रकम खाते में डलवा कर लंबा खेल कर रहे हैं।

विभागों की फर्जी वेबसाइट से लेकर ट्रैनिंग सेंटर तक रखा है खोल
एसटीएफ के मुताबिक ठगों ने पूरी तरह से जाल बिछा रखा है। यह लोग पहले सरकारी व गैर सरकारी विभागों से मिलती जुलती वेबसाइट बनाते हैं। उसके बाद एक कार्यालय खोलते हैं। गिरोह के सदस्य बेरोजगारों पर नजर रखते हैं। फिर वेबसाइट खोलने या संपर्क करने वालों को फोन करते हैं। फिर उन्हें नौकरी के नाम पर ठगते हैं।

सावधान रहें, ऐसे फंसाते हैं बेरोजगारों को
जॉब रिक्रूटमेंट निकालने वालों की फर्जी साइट बनाकर नौकरी तलाशने वालों का डाटा जुटाते हैं।
साइट पर संपर्क करने वालों को फोन व मेल से संपर्क करते हैं।
फोन कर खुद को कंसल्टेंसी का बताकर अपनी फर्जी वेबसाइट, अस्थायी दफ्तर दिखाकर नौकरी दिलाने का दावा करते हैं।
ऑनलाइन ही इंटरव्यू पर राजी होकर उसकी फीस के लिए लगातार संपर्क करते हैं।
फर्जी एपॉइंटमेंट लेटर भेजते ही ज्वाइनिंग के नाम पर पैसे की डिमांड करते हैं।

केस एक
गोमतीनगर निवासी शारदा सिंह के मुताबिक उनकी बेटी पुणे में नौकरी करती है। उसके दोस्त के माध्यम से मुंबई की स्काई जॉब रिक्रूटमेंट नाम की कंपनी से रुपये देकर बेटे उत्कर्ष सिंह की नौकरी के लिए कंपनी से बातचीत की। उन लोगों ने पैसे ले लिए नौकरी नहीं दिलाई। गोमतीनगर थाने में मामला दर्ज कराया है।

केस दो
रहीमनगर निवासी शिवानी वारा ने नौकरी के लिए शाइनडॉटकॉम में ऑनलाइन आवेदन किया था। शिवानी के पास राधिका नाम की युवती ने खुद को एक्सिस बैंक की एचआर बताया। उसने नौकरी के लिए 10 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने के लिए वॉट्सएप पर एक लिंक एक लिंक भेजा। शिवानी के लिंक पर दस रुपये जमा करते ही उसके खाते से एक हजार रुपये कट गए। उसके ठगों ने रिफंड के बहाने उसके खाते से दो बार में एक लाख रुपये निकाल लिए।