आगरा मेट्रो टनल निर्माण का CM योगी ने किया शुभांरभ

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा पहुंचे। खेरिया एयरपोर्ट पर आगरा के जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री आगरा किला के सामने रामलीला मैदान में मेट्रो के टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ किया है।

रविवार को उन्हें आना था, लेकिन ऐन वक्त पर गाजियाबाद में पार्टी कार्यक्रम में जाने के कारण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। सोमवार को मथुरा में GLA विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह से लौटकर वे आगरा पहुंचे।

योगी बोले- 3 समिट आगरा में होंगी

यहां उन्होंने कहा, आगरा समेत उत्तर प्रदेश के चार शहरों में जी-20 की 11 समिट होनी है। इसमें आगरा में 10 से 13 फरवरी और फिर अगस्त माह में दो समिट होंंगी। वसुधैव कुटुम्बकम् के पवित्र भाव के साथ वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर, इस पवित्र भारतीय मनीषा के भावों को हम लोग आगे बढ़ाते हुए, अतिथि देवो भव के उत्कृष्ट भावना का परिचय देंगे। जी-20 समिट से आगरा में पर्यटन और निवेश की नई संभावनाओं को एक वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलेगी।

गंगा, यमुना TBM का किया शुभारंभ
योगी ने रामलीला मैदान में लॉन्चिंग शाफ्ट पहुंचकर रिंग सेगमेंट पर हस्ताक्षर किया। इसके बाद पूजा-अर्चना करके बटन दबाकर टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया। आगरा में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को गंगा और यमुना का नाम दिया गया है, जबकि कानपुर में इनका नाम तात्या और नाना था।
ये हर दिन 10-12 मीटर तक टनल तैयार की करने वाली हैं। यूपी मेट्रो कारपोरेशन की ओर से आगरा मेट्रो के भूमिगत भाग में अप एवं डाउन ट्रैक के लिए दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया जाना है। उन्होंने कहाकि आगरा मे मेट्रो के प्रायरिटी कॉरिडोर को 2024 में पूरा करने का लक्ष्य था, उसे दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

अब आपको बताते हैं कि टनल का निर्माण कैसे होगा
टनल निर्माण में सबसे पहले TBM को क्रेन की मदद से लॉन्चिंग शाफ्ट में उतार कर उन्हें जोड़ा जाता है। TBM के पिछले हिस्से में स्थित सेगमेंट इरेक्टर की मदद से कास्टिंग यार्ड में प्रीकास्ट तकनीक से निर्मित टनल रिंग सेगमेंट्स को लगाया जाता है। एक TBM दिन में औसतन 10 मीटर टनल का निर्माण करती है।
मशीन में सबसे आगे कटिंग हेड होता है, जिसकी मदद TBM मिट्टी को काटते हुए सुरंग की खुदाई करती है। कटिंग हेड में एक विशेष किस्म के केमिकल का छिड़काव करते हैं, जिससे मिट्टी कटर पर नहीं चिपकती और कनवेयर बेल्ट की मदद से मशीन के पिछले हिस्से में चली जाती है, जहां से ट्रॉली के जरिए मिट्टी को टनल से बाहर लाया जाता है।

रेल के जरिए आगे बढ़ती है TBM
टनल बोरिंग मशीन रेल के जरिए आगे बढ़ती है। इसके पिछले हिस्से में प्रीकास्ट रिंग सेगमेंट को लॉन्च करने की व्यवस्था भी होती है। टनल निर्माण के दौरान रिंग सेगमेंट लगाने के बाद TBM से ही रिंग सेगमेंट एवं मिट्टी के बीच में सॉल्यूशन भर दिया जाता है, जो कि रिंग सेगमेंट्स और मिट्टी के बीच मजबूत जोड़ बनाकर टनल को मजबूती देता है। TBM के मिड शील्ड में लगे थ्रस्टर्स मशीन को आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

7 भूमिगत स्टेशन बनेंगे
टनल बोरिंग मशीन गंगा और यमुना के जरिए 7 भूमिगत स्टेशन और भूमिगत टनल बनाई जाएंगी। आगरा मेट्रो में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलिवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे।