ड्रोन के जरिए घर बैठे मिल सकेगी दवा, सिर्फ 30 मिनट में हो जाएगी डिलिवरी, कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसे हालातों में होगा फायदा

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(www.arya-tv.com)  कोरोनावायरस महामारी के दौरान देश में स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत ढांचे की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में विभिन्न कंपनियां हर तरह से मदद कर रही हैं। इस बीच लोगों को घर बैठे दवा मुहैया कराने के लिए मेडिकाबाजार और जिपलाइन नाम की दो कंपनियों ने समझौता किया है। इस समझौते के तहत यह कंपनियां लोगों को घर बैठे ड्रोन के जरिए दवा की डिलिवरी करेंगी।

क्या है मेडिकाबाजार?

मेडिकाबाजार एक बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) मार्केटप्लेस है। यह मेडिकल इक्विपमेंट का कारोबार करता है।

क्या है जिपलाइन?

जिपलाइन एक ऑन डिमांड ड्रोन डिलिवरी देने वाली कंपनी है। यह कंपनी कई देशों में ड्रोन सेवा देती है।

कब तक शुरू होगी यह सेवा? 

फोर्ब्स इंडिया मैगजीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस भागीदारी के तहत ड्रोन के जरिए दवा की डिलिवरी की सेवा 2020 के अंत तक या 2021 की पहली तिमाही में शुरू हो सकती है।

डिलिवरी में कितना समय लगेगा? 

इस सेवा के शुरू होने के बाद दवा की डिलिवरी में 30 मिनट से भी कम का समय लगेगा। कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसे हालातों में भी इस सेवा का फायदा मिल सकेगा।

क्या होगा फायदा?

मेडिकाबाजार के फाउंडर और सीईओ विवेक तिवारी का कहना है कि ड्रोन का इस्तेमाल करके नाजुक उत्पादों की, खासतौर पर दूरदराज वाले इलाकों में आसानी से और तेज डिलिवरी की जा सकेगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा टियर-3 और टियर-4 शहरों में होगा, जहां पर सप्लाई चेन की कमी के कारण नाजुक उत्पाद उपलब्ध नहीं हो पाते हैं।

कहां से होगी शुरुआत?

योजना के मुताबिक, मेडिकाबाजार ने महाराष्ट्र के पुणे और नंदूरबार जिले में दो डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर बनाए हैं। अगले 6 महीने में 100 से ज्यादा अस्पतालों को ऑनबोर्ड लाने की तैयारी चल रही है। इन दोनों सेंटर्स से ही अस्पतालों को दवाओं और मेडिकल इक्विपमेंट की डिलिवरी की जाएगी।

इस सेवा की कितनी फीस होगी?

तिवारी के मुताबिक, शुरुआत में इसकी फीस ज्यादा हो सकती है। इसका कारण यह है कि ड्रोन एक प्रीमियम सेवा है। हालांकि, भविष्य में ड्रोन की ज्यादा होने के कारण यह सेवा किफायती हो सकती है।