बरेली में सौरभ हत्याकांड:बेटी की इज्जत के लिए खूनी बना पिता

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(www.arya-tv.com) बेटी की इज्जत के लिए बरेली में एक पिता जेल चला गया। एक माह पहले ही बेटी की शादी तय हुई। जल्द ही घर से बेटी की विदाई होनी थी, लेकिन परिवार की इज्जत के लिए पिता ने अपने हाथ खून से रंग लिए। यह घटना बरेली देहात क्षेत्र में सिरौली थाना क्षेत्र के धनाैरा गौरी गांव की है।

होली के दिन 7 मार्च को जब इसी गांव से सौरभ के लापता होने की खबर फैली तो गांव में अनहोनी का अंदेशा सताने लगा। फिर सौरभ का शव जंगल में मिला।

होली की वह शाम, जिसने 2 परिवार बिखेरे
7 मार्च को होली का दिन था। शाम का वक्त था। गांव धनौरा गौरी निवासी सौरभ पुरी (25 साल) अपने खेत पर गया था। उसके बाद सौरभ नहीं लौटा। साैरभ की तलाश में परिजनों ने पूरे गांव की तलाश की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।

8 मार्च को परिजनों ने सिरौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। 13 मार्च को सौरभ का शव अपने ही गांव के जंगल में मिला। जब पुलिस ने देखा तो सिर और धड़ अलग-अलग खेत में मिले। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराते हुए हत्या का केस दर्ज कर लिया। गांव में हत्या को लेकर चर्चाएं फैलने लगी। आरोप तेजपुरी पर लगा।

मोबाइल की कॉल डिटेल से तेजपुरी तक पहुंची पुलिस
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने घटना के खुलासे के लिए पुलिस की सर्विलांस टीम और थाना पुलिस को लगाया। पुलिस ने गांव में अन्य लोगों से पूछताछ की और सौरभ के नंबर की कॉल डिटेल खंगाली। पुलिस को पता चला है कि सौरभ गांव की लड़की से बात करता था। पुलिस ने गांव के ही तेजपुरी को हिरासत में ले लिया, पहले तो वह घटना से इनकार करता रहा।इसके बाद पुलिस ने सीडीआर और अन्य साक्ष्य रखे तो आरोपी ने हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस पूरे साक्ष्य के आधार पर जांच को आगे बढ़ाती रही। तेजपुरी की पूरी गतिवधियों पर नजर रखी। वह घर से खेत पर जाता तो चुपचाप रहता, हत्या करना उसने परिवार को भी नहीं बताया।

22 साल की बेटी के लिए वारदात को दिया अंजाम
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पुलिस ने तेजपुरी निवासी धनौरा गौरी थाना सिरौली को रविवार को अरेस्ट कर लिया है। जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त फावड़ा, मफलर और सौरभ का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। आरोपी तेजपुरी ने पुलिस को पूछने पर बताया कि सौरभ पुरी मेरी बेटी पर बुरी नजर रखता था, मेरी बेटी की शादी तय हो चुकी है। मेरे द्वारा सौरभ को कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं माना। जिसके कारण मैं लगातार परेशान हो रहा था और यह मन बना लिया था कि सौरभ की हत्या करनी है। बेटी के लिए यही तेजपुरी कातिल बन गया।

बेटी की इज्जत के लिए जेल जाना मंजूर
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एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि 7 मार्च को को होली के दिन सौरभ पुरी अपने खेत पर गया था। आरोपी तेजपुरी भी उसके  साथ खेत पर गया। इसके बाद आरोपी तेजपुरी ने कहा कि सौरभ और क्या चल रहा है, सब ठीक हैं, होली कैसी मन रही है। जिसके बाद कहा कि आ जा बीड़ी लगा ले। सौरभ को पहले बीड़ी पिलवाई। उसके बाद सौरभ से कहा कि ले होली भी मन जायेगी और पैग लगा ले।सौरभ को शराब पिलवाई। जैसे ही सौरभ को नशा हुआ तो आरोपी ने ट्यूबवेल के अंदर गला घोंट दिया। उसके बाद लाश को  गेहूं के खेत में फेंक दी। जिसके बाद सिर में में कई फावड़े मारे। सिर को क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में सर को फावड़े से अलग कर दिया। उसके बाद सिर को दूसरे खेत में फेंक दिया। आरोपी रात में जाकरअपने घर  सो  गया। पकड़े जाने पर पुलिस से कहा कि साहब, मैं करता भी क्या ? बेटी की इज्जत के लिए जेल जा रहा हूं। जवान बेटी के साथ यह बर्दाश्त नहीं हुआ।