UP में सिर्फ सांड दर्शन फ्री: भाजपा परमानेंट DGP तक नहीं दे पाई;अखिलेश

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(www.arya-tv.com) लखीमपुर खीरी में मंगलवार को अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना और सामाजिक न्याय को लेकर रथ यात्रा निकाली। अखिलेश ने कहा- यूपी सरकार अपना डीजीपी नहीं दे पाई है। आजादी के बाद ये पहली सरकार होगी, जिसके डीजीपी कार्यवाहक हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा ताकि सरकार मनमर्जी से चल सके। अपनी मर्जी से कानून चला सकें। इस दौरान अखिलेश ने दुधवा में पर्यटकों की कमी का जिम्मेदार BJP को ठहराया। कहा- उत्तर प्रदेश में बस सांड दर्शन फ्री है।

सपा प्रमुख ने कहा, ”ये बोलते हैं एनकाउंटर से कानून व्यवस्था ठीक रहती है। सरकार ने कभी भी एनकाउंटर के सही आंकड़े नहीं दिए। ये दुख की बात है कि कस्टोडियल डेथ अब तक यूपी में योगी सरकार में सबसे ज्यादा हुई है। जब से भाजपा की सरकार आई है। तभी से यह हालत है। इसलिए प्रदेश में DGP को कार्यवाहक बनाया गया है।”

उन्होंने कहा, ”लखनऊ-दिल्ली के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। भाजपा सरकार के नेता व कार्यकर्ता संविधान, कानून से नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार पर चल रहे हैं। भाजपा के सांसद अपने गुंडों को लेकर गए और पुलिस की पिटाई की। बुलडोजर खड़ा मिलता तो शायद बुलडोजर के पीछे खड़ी होकर पुलिस बच जाती।”

अखिलेश के इस बयान के बाद आगरा में व्यापारी सम्मेलन में आए डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश गुंडों के सरदार हैं। 2024 में भाजपा उत्तर प्रदेश में 80 सीटें जीतेगी।

अखिलेश बोले- भाजपा चाहती ही नहीं कि पर्यटक आएं”
अखिलेश यादव ने कहा, ”बिली अर्जन सिंह (दुधवा) नेशनल पार्क में 1700 की सफारी 6 हजार रुपए की हो जाने से पर्यटक नहीं आ रहे हैं। लगता है यहां की बदइंतजामी व चोरी-छिपे पेड़ों की कटाई छुपाने के लिए भाजपा सरकार चाहती ही नहीं है कि पर्यटक आएं। यहां के गाइड बेरोजगार हो गए हैं।”

अगर सरकार ईमानदार है तो बताए कि कितना गेहूं खरीदा?
सपा मुखिया ने कहा, “लखीमपुर जिला समाजवादियों का गढ़ रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि जो गढ़ है वो समाजवादियों का गढ़ दोबारा बन जाए। जिन कंपनियों के लिए काले कानून लाए गए थे, उन्हीं कंपनियों ने आपका पूरा गेहूं खरीद लिया। अगर सरकार ईमानदार है तो बताए कि सरकार ने कितना गेहूं खरीदा, कोई आंकड़ा है? सरकार ने कारोबार के लिए बड़े उद्योगपतियोंं को लाइसेंस देकर पूरे यूपी का गेहूं बेच दिया।

किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं हो पा रहा है। सरकार ने 14 दिनों के अंदर भुगतान की बात कही थी, तो क्यों नहीं हो रहा। किसानों के लिए सपाई सड़कों पर उतरे। हमारे साथियों ने बहुत बोला, लेकिन किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं हुआ।”