UP में BJP के प्रदर्शन से चिंतित RSS, समीक्षा बैठक में सामने आई हार की ‘असल’ वजह

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(www.arya-tv.com)  लोकसभा चुनाव ने बीजेपी को बुरी तरह से हिला कर रख दिया है. इसकी वजह ये है कि कहां 370 सीटें जीतने की बात हो रही थी, लेकिन चुनाव में पार्टी का रथ 240 सीटों पर ही रुक गया. बहुमत नहीं मिलने की वजह से बीजेपी तो समीक्षा कर ही रही है. साथ ही साथ उससे जुड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी समीक्षा बैठक की है. इसमें उन वजहों पर चर्चा की गई है, जिनकी वजह से यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा है.

दरअसल, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आरएसएस की समीक्षा बैठक हो रही है. पूर्वी क्षेत्र के संघ पदाधिकारियों की चार दिनों की बैठक का आयोजन यहां किया गया है. इस बैठक का गुरुवार (27 जून) को दूसरा दिन है. बैठक में शाखाओं के विस्तार पर जोर दिया गया है. संघ चाहता है कि वह दलितों और पिछड़ों में पैठ बढ़ाने की रणनीति पर काम करे. माना जा रहा है कि इस बार यूपी में बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह दलित-पिछड़ों के वोट का खिसकना रहा है.

यूपी में हार के पीछे ये वजहें सामने आईं

लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी का जिस तरह का प्रदर्शन रहा है, उसे लेकर संघ काफी ज्यादा चिंतित नजर आ रहा है. संघ इस बात को मान रहा है कि पिछड़ों और दलितों का वोट बैंक इंडिया गठबंधन की तरफ खिसका है, जिसकी वजह से बीजेपी की चुनाव में दुर्दशा हुई है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि संघ अपने संगठन के पदाधिकारियों की इस लोकसभा चुनाव में शिथिलता और उदासीनता को लेकर भी चिंतित है. कहा गया है कि यूपी में बीजेपी-आरएसएस के बीच समन्वय नहीं हुआ था.

सामाजिक समरसता बढ़ाने पर दिया जोर

समीक्षा बैठक में शाखाओं के लगने में हो रही कमी को लेकर भी संघ के अधिकारियों के बीच चिंता है. इस विषय पर चिंतन प्रक्रिया जारी रही है. इस बैठक में पदाधिकारियों से सुझाव मांगे गए. आरएसएस ने सामाजिक समरसता बढ़ाने पर जोर दिया है. बैठक के पहले दिन में संघ की पूर्वी क्षेत्र के अवध काशी गोरक्ष और कानपुर प्रान्त के क्षेत्रीय पदाधिकारी शामिल हुए.

बीजेपी के साथ आरएसएस की समन्वय बैठक

संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले बैठक में आज भाग लेंगे, जहां उनके पदाधिकारियों को संबोधित करने की उम्मीद है. सूत्रों की माने तो बैठक के बाद बीजेपी सरकार के साथ समन्वय बैठक भी होगी, जिसमें दत्तात्रेय शामिल हो सकते हैं. लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी के भीतर भी समीक्षा बैठक का दौर चल रहा है. साथ ही आरएसएस के साथ बैठक की भी तैयारी है.