(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में वाराणसी के रहने वाले राजेश शुक्ला घाटों को साफ करने वाले और गंगा में उतरकर गंदगी निकालने का काम करते हैं। साथ ही वह लोगों को गंगा में गंदगी न फैलाने के लिए भी जागरुक करते हैं। राजेश शुक्ला को उनके इस काम के लिए सरकार भी सम्मान दे चुकी है। पर्यावरण कार्यकर्ता राजेश शुक्ला को ‘ग्रीन वॉरियर’ भी कहा जाता है। बनारस के घाटों पर स्वच्छता की अलख जगाने वाले राजेश शुक्ला काशी में गंगा नदी को स्वच्छ रखने के प्रति गहराई से समर्पित हैं। राजेश शुक्ला कहते हैं, ”जब दुनिया भर से पर्यटक गंगा घाटों पर घूमने आते हैं और उन्हें साफ घाट मिलते हैं तो मुझे बहुत गर्व होता है।”
रोजाना तीन घंटों तक गंगा की सफाई करते हैं राजेश शुक्ला
राजेश शुक्ला रोजाना सुबह 5 बजे उठकर अपने स्कूटी से गंगा के घाटों पर जाते हैं। उनके साथ उनकी टीम के सदस्य भी होते हैं। सभी मिलकर रोजाना करीब तीन घंटों तक गंगा की सफाई करते हैं और घाटों से कूड़ा उठाकर उसको कूड़ेदान में डालते हैं। वह कहते हैं, ”हम लोगों को बताते हैं कि घाटों पर पड़ी पॉलोथिन और पूजा की सामग्री गंगा के लिए खतरनाक है। इसलिए इन सब चीजों को गंगा में भी विसर्जित न करें।”
संगठित होकर पर्यावरण के लिए लड़े- राजेश शुक्ला
राजेश शुक्ला ने कहा, ”हमारा देश आजामी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ये महोत्सव हमको सीख देता है कि हम सभी संगठित होकर पर्यावरण के लिए लड़े। अगर हमारा पर्यावरण अच्छा होगा तो हमारा देश आरोग्य की ओर बढ़ता जाएगा। उन्होंने कहा कि हम गंगा मैया से सबकुछ पाते हैं। जीवना का ताना बना ही गंगा मैया से है तो हम अपनी गंगा को साफ सुथरा रखने में मदद करें।”