ललितपुर में पुलिस का अमानवीय चेहरा:चौकी इंजार्च और दो सिपाहियों ने युवक को दो दिन तक बांधकर पीटा

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। कोतवाली सदर क्षेत्र के अंतर्गत बिरधा चौकी इंचार्ज और दो पुलिस कर्मियों ने एक युवक को चौकी में बंदकर दो दिनों तक पीटा। वहीं उसको छोड़ने के एवज में उसके परिजनों से एक लाख रुपये लिए। बाद में धारा 151 में युवक का चालान कर उसे रिहा किया। जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित युवक जब घर पहुंचा तो उसकी हालत बिगड़ गयी। परिजनों ने उसे रविवार शाम को अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने चौकी इंचार्ज सहित दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

बीयर पीते पकड़ा तो चौकी में बांधकर पीटा
कोतवाली सदर क्षेत्र के आजादपुरा द्वितीय निवासी सुरेन्द्र उर्फ मोनू (25) ने बताया कि 23 जुलाई को अपने दो दोस्तों के साथ रात 8:15 बजे बाइक से बिरधा अपने रिश्तेदार के घर जा रहा था। सतरवांस पुलिया के पास उसके दोस्त बीयर पीने लगे, तभी चौकी इंचार्ज बिरधा दयाशंकर सिंह, दो कांस्टेबल पंकज सिंह व अमित यादव के साथ आये और उसे पकड़ लिया। जबकि उसके दोस्त मौका देखकर भाग निकले। इसके बाद वे उसे पकड़कर चौकी ले गये, जहां पर उसके साथ बेरहमी की गई।

एक लाख लेकर छोड़ा, घर पहुंचने पर बिगड़ी हालत
पीड़ित सुरेन्द्र ने बताया कि चौकी में उसके हाथ पैर बांधकर उसकी डंडों से पिटाई की गई। फिर 24 जुलाई को उसके घर पर सूचना दी। सूचना मिलने पर उसका भाई छुड़ाने पहुंचा तो उसे धमकी देते हुए एक लाख रुपये की मांग की। जब उसने एक लाख रुपये दे दिये तो उसका चालान 151 में कर दिया। बाद में परिजनों ने उसे जमानत पर रिहा कराया।

पूरे शरीर में चोटों की निशान
सुरेन्द्र के भाई छोटू यादव ने बताया कि जमानत कराकर जब वह रविवार शाम घर पहुंचा तो सुरेन्द्र की हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद सुरेन्द्र ने उसे आपबीती बताई और कपड़े उतारकर पूरे शरीर में चोटों के निशान दिखाए। जिसके बाद परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि चौकी इंचार्ज बिरधा व दो पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगा है। चौकी इंचार्ज और दोनों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।