हृदय रोगियों में मौत का खतरा कम करता है जैतून का तेल, जानिए हर रोज कितना मात्रा में करेें इस्तेमाल

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(www.arya-tv.com) जैतून तेल (आलिव आयल) के फायदे को लेकर एक नया शोध हुआ है। इसमें बताया गया है कि रोजाना सात ग्राम से अधिक जैतून के तेल के सेवन से हृदय रोगियों (Heart Patients), कैंसर (Cancer) और न्यूरोडिजनेरेटिव तथा श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौत के खतरे को कम करता है। यह अध्ययन जर्नल आफ द अमेरिकन कालेज आफ कार्डियोलाजी में प्रकाशित हुआ है।

अध्ययन में यह भी पाया गया है कि यदि वैसे यदि प्रतिदिन 10 ग्राम कृत्रिम मक्खन, मक्खन तथा मेयोनेज (एक प्रकार की पीली चटनी) तथा डेयरी फैट के बदले इतनी ही मात्र में आलिव आयल का प्रयोग किया जाए तो मौत का खतरा कम होता है।

हार्वर्ड टीएच चान स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ में डिपार्टमेंट आफ नूटिशन की वरिष्ठ शोधार्थी एवं इस अध्ययन के प्रमुख लेखक मार्ता गुआश-फेरे ने बताया कि हमारे शोध के निष्कर्ष आलिव आयल तथा अन्य अनसैचुरेटेड वेजिटेबल आयल के सेवन को बढ़ावा देने का समर्थन देता है।

शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के लिए 60,582 महिला और 31,582 पुरुष प्रतिभागियों शामिल किया। अध्ययन की शुरुआत में 1990 में ये सभी कार्डियोवस्कुलर और कैंसर रोगों से मुक्त थे। 28 साल के फालोअप अध्ययन में हर चार साल में उनकी डाइट के बारे में प्रश्नावली के जरिये जानकारी जुटाई गई।

शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने कभी-कभार या बिल्कुल ही आलिव आयल का इस्तेमाल नहीं किया, उनकी तुलना में रोजाना 10 ग्राम या उससे अधिक आलिव आयल का इस्तेमाल करने वालों में कार्डियोवस्कुलर डिजीज से मौत का खतरा 19 प्रतिशत कम था। जबकि कैंसर के मामले में 17 प्रतिशत, न्यूरोडिजनेरेटिव मामले में 29 प्रतिशत और श्वसन तंत्र संबंधी रोगों के मामले में 18 प्रतिशत मौत का खतरा कम पाया गया।