(www.arya-tv.com) सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। देश विरोधी गतिविधियों को लेकर वे हमेशा आक्रामक रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने हाल ही में घटी एक घटना पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने यूसीसी के विरोध में एक रैली का आयोजन किया जिसमें जमकर हिंदू विरोध नारे लगे। रैली में हिंदुओं को मंदिर के सामने फांसी पर लटकाने और जिंदा जलाने की धमकी दी गई। बीजेपी एमएलए डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस घटना की निंदा की तथा ट्वीट कर कांग्रेस और मुस्लिम लीग की सच्चाई को उजागर किया।
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा आईयूएमएल की यह हरकत शर्मनाक है, लेकिन अभी तक कांग्रेस या वाममोर्चा या तथाकथित छद्म उदारवादियों की ओर से माफी नहीं आई। तथाकथित उदारवादी सरकारों के कारण ही केरल में ऐसे नारे लगाए और जुलूस निकाले जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने केरल में हिंदूओं की घटती जनसंख्या का भी जिक्र करते हुए लिखा कि राज्य में हिंदू आबादी 68.5% से घटकर 54.9% हो गई है।
इससे पहले भी जब अमेरिका में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्म निरपेक्ष बताया था तब भी डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस संगठन की कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया था।
उन्होंने कहा था कि ये वही मुस्लिम लीग है जिसका नेतृत्व करते हुए 16 अगस्त, 1946 को मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था कि हमारे पास या तो एक विभाजित भारत होगा या एक नष्ट भारत होगा। जिन्ना और उनकी पार्टी मुस्लिम लीग, जो लाखों निर्दोष लोगों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार है, जो हमारी मातृभूमि को नष्ट करना चाहते थे, धर्मनिरपेक्ष है? आईयूएमएल जिन्ना की उसी विचारधारा से पैदा हुआ है।
मथुरा में नौ साल की बच्ची और बुलंदशहर में चार साल की मासूम से दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा को डॉ. राजेश्वर सिंह ने सराहनीय निर्णय बताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि महिलाओं-बेटियों और बच्चों के विरुद्ध हिंसा रोकने के लिए न्यायालयों द्वारा ऐसे कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
डॉ. सिंह ने कहा कि ऐसे निर्णय जनता के बीच पुलिस और न्यायपालिका पर विश्वास मजबूत करते हैं। महिलाओं-बेटियों और बच्चों के विरुद्ध ऐसे गंभीर मामलों में त्वरित चार्जशीट, निष्पक्ष जांच और कठोर सजा मिलनी चाहिए।