रईस हत्याकांड में 48 घंटे के भीतर पकड़े गए हत्यारोपी

Lucknow

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में पुलिस ने 48 घंटे के अंदर ही रईस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। महज दो बीघे जमीन के लिए रईस के सौतेले भाई रशीद ने बेटों और साथियों के जरिए भाई का कत्ल कराया था। पुलिस ने आज रशीद के दो पुत्र, रशीद की बहू और एक अन्य हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जानकारी के अनुसार, थानाध्यक्ष लंभुआ सुनील कुमार को थाना क्षेत्र के विक्रमपुर नहर पुलिया बहद ग्राम तेरये के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सुलतान आलम पुत्र रशीद अहमद, कप्तान पुत्र रशीद अहमद निवासी सातनपुर थाना कोतवाली देहात, सफीना बानो पत्नी सुलतान आलम को गिरफ्तार किया है।

इसके अलावा पुलिस ने मोहम्मद साहिल पुत्र निसार अहमद निवासी वजूपुर थाना कोतवाली देहात को भी दबोचा है। पुलिस के अनुसार आरोपी कप्तान के विरूद्ध चार, सुलतान के विरूद्ध तीन, सफीना के विरूद्ध दो मामले दर्ज हैं।

दो बीघे जमीन के लिए बहाया गया था खून
मां के हिस्से की दो बीघा जमीन रईस के मौत की वजह बन गई। सौतेले भाई रशीद ने हाथ से संपत्ति को जाता देख बेटों के साथ अपने भाई का मौत के घाट उतारने की योजना तैयार की। दरअस्ल सातनपुर गांव निवासी अंसार अहमद ने दो शादी की थी।

रशीद के पैदा होने के बाद अंसार की पहली पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद अंसार ने कैसरजहां से दूसरा निकाह कर लिया। कैसरजहां से एक पुत्र रईस व तीन पुत्रियां हुईं। अंसार की मौत के बाद छह बीघा जमीन को रशीद, रईस व कैसरजहां में बराबर-बराबर बांट दिया गया।

कैसरजहां को मिली दो बीघा जमीन को लेकर रशीद आए दिन विवाद करता था। तीन माह पूर्व भी असई चौराहे पर रशीद के बेटे द्वारा मारपीट की गई थी, जिसमें कैसरजहां का हाथ टूट गया था। आए दिन मारपीट व झगड़े से आजिज आकर कैसरजहां ने अपनी जमीन रईस के नाम लिख दी। बैनामा करने के बाद रशीद द्वारा हिस्सेदारी को लेकर न्यायालय में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

सप्ताह भर पहले भी खेत में काम करने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। इस दौरान रईस को देख लेने की भी धमकी दी गई थी। रसीद व उसका बेटा कप्तान सउदी अरब में रहते हैं जो कुछ माह पूर्व ही स्वदेश लौटे हैं। और ठीक दो दिन पहले रईस को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया था।