हर जाति में जन्में हैं महापुरुष, सामाजिक भेदभाव खत्म कर लानी होगी एकता: मोहन भागवत

## Lucknow UP

लखनऊ। परिवार में हर व्यक्ति समान नहीं होता, लेकिन सबके साथ समता का व्यवहार होता है और वही अच्छा परिवार होता है। भारत में तमाम विविधताओं के बावजूद एकता है। सामाजिक समरसता के लिए हमें एकता लानी होगी। मानवीय प्रयत्नों की मर्यादा में सबको जितना समान बनाना संभव है उतना बनाने का प्रयास करना चाहिए। तभी सामाजिक एकता संभव होगी और देश आगे बढ़ेगा। कुछ ऐसी ही विचारधारा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की।

सामाजिक भेदभाव खत्म होना चाहिए
अवध प्रांत प्रवास के तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान लखनऊ में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सामाजिक समरसता पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सामाजिक भेदभाव जब तक है तब तक आरक्षण रहेगा। सामाजिक भेदभाव खत्म हुआ अब आरक्षण निकालों ये उनको कहना होगा जो ये भेदभाव करते हैं। भागवत ने कहा कि देश में अभी भी सामाजिक भेदभाव है। पेपर में आज भी छपता है कि मंदिर में घुसने नहीं दिया गया। कुंए से पानी निकालने पर पीटा। भागवत ने कहा कि पहले ये भेदभाव सहन किया जाता था अब नहीं किया जा रहा। ये भेदभाव मन से जाना चाहिए। यह शास्त्रों में नहीं है। अच्छी व्यवस्था भी विषमता से ग्रस्त तब हो जाती है जब उसे चलाने वालों के मन में अपना पराया आ जाता है।

हर किसी को मंदिर मेें मिले प्रवेश
भागवत ने कहा कि हमने सर्वेक्षण, निरीक्षण शुरू किया है। इसमें हम आगे बढ़ने वाले हैं। हम चाहते हैं कि सब हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश मिले। सभी एक जगह पानी पी सकें। इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। भागवत ने कहा कि सब कुछ सहन करके भी एक वर्ग आज भी हिंदू समाज के साथ है। उन्होंने हजार साल प्रताड़नाएं झेलीं। क्या हम सौ साल भी नहीं झेल सकते। ये मनुष्यता की बात है और हमें यह समझना चाहिए।

सबको है बराबरी का अधिकार
सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हर जाति में महान लोगों ने जन्म लिया है और मंदिर, श्मशान तथा जलाशयों पर सभी जातियों का बराबर का अधिकार है। कोई भी ऐसी जाति नहीं है जिसमें श्रेष्ठ, महान तथा देशभक्तों ने जन्म न लिया हो। मंदिर, श्मशान और जलाशय पर सभी जातियों का समान अधिकार है। संघ प्रमुख ने कहा कि महापुरुष सिर्फ अपने महान कार्यों की बदौलत ही महापुरुष हैं और उनको उसी दृष्टि से देखे जाने का भाव भी समाज में बनाये रखना बहुत जरूरी है।

स्वयंसेवकों के लिए क्या कहा
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि संघ के स्वयंसेवकों को समाज में देशहित, प्रकृति हित में किसी भी सामाजिक अथवा धार्मिक संगठन द्वारा किये जाने वाले कार्य में बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिये। आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ के बिजनौर में स्थिति आर्यकुल ग्रुप आॅफ कॉलेज में आयोजित आरएसएस की तीन दिवसीय अवध प्रांत प्रवास के कार्यक्रम में ये बातें आरएसएस प्रमुख ने कहीं।

(लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेजेज में  आरएसएस का तीन दिवसीय कार्यक्रम संम्पन्न हुआ। इस अवध प्रांत प्रवास कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी  मौजूद रहे। कार्यक्रम के दूसरे दिन up के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। हम आप तक पूरे कार्यक्रम को सीरीज के माध्यम से पहुंचा रहे हैं।