पटना। ‘बिहार में बहार है क्योंकि नीतीशे कुमार है’ यह नारा सुशासन बाबू के चुनावी कैंपेनिंग का है। नीतीश बिहार में पिछले 14 साल से राज कर रहे हैं। उनकी छवि सुशासन बाबू की है।
बिहार में पिछले 36 घंटे में 3 शहरों में हुई मॉब लिंचिंग की तीन घटनाओं ने सुशासन बाबू की पोल खोल दी है।
हाजीपुर में मंदिर में चोरी के आरोप में दंपति को बेल्ट से पीटा गया। आरोप है कि मंदिर में एक महिला की चेन चोरी हो गई। दंपति पर शक पहुंचा तो लोग उन्हें बेल्ट से पीटने लगे। लात घूसों की बारिश करने लगे। इसमें दंपति को गंभीर चोटे आई हैं। इलाज के लिए दोनों को हाॅस्पिटल भेजा गया है।
हाजीपुर में भी बैंक लूट के दो आरोपियों को भीड़ ने पीट डाला। इसमें एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत नाजुक है।
छपरा के पैगंबरपुर गांव में जानवर चोरी के आरोप में तीन लोगों की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि नौसाद, राजू और विदेश मवेशियों को चुराकर गाड़ी से जा रहे थे। तभी उन्हें बनियापुर गांव के पास भीड़ ने रोक लिया। भीड़ ने तीनों की हत्या कर दी।
मॉब लीचिंग पर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि इसमें ज्यादातर मामले झूठे और मनगढ़ंत होते हैं। जिस कार्रवाई के लिए लोग कह रहे हैं। उसे पहले ही किया जा चुका है।