(www.arya-tv.com) मंत्रिपरिषद ने जनपद कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने हेतु कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के पक्ष में तमकुहीराज स्थित कृषि बीज प्रक्षेत्र की कुल 58.97 एकड़ एवं मैत्रेए परियोजना के अन्तर्गत संस्कृति विभाग की कुल 195.82 एकड़ भूमि में से (50 एकड़ भूमि को छोड़ते हुए) अवशेष 145.82 एकड़ सहित कुल 204.79 एकड़ भूमि को निःशुल्क हस्तांतरित किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
कृषि सम्बन्धी नवीन तकनीकी व शोध का लाभ इस क्षेत्र के कृषकों को और सुलभ कराने तथा इन क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को भी अपने प्रवास के निकट कृषि शिक्षा का लाभ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने पूर्वांचल के इस क्षेत्र में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुशीनगर स्थापित किये जाने का निर्णय लिया है। इस नवीन विश्वविद्यालय से 10 जनपद आच्छादित होंगे, जो कृषि प्रधान एवं पिछड़े क्षेत्रों में आते हैं।
ICAR के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, कुशीनगर तथा मसाला शोध फार्म की कुल 185.75 एकड़ भूमि के सम्बन्ध में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारत सरकार से सहमति प्राप्त होने के उपरान्त विश्वविद्यालय के पक्ष में भूमि हस्तान्तरण की कार्यवाही की जायेगी। भविष्य में कृषि विश्वविद्यालय की आवश्यकता के दृष्टिगत अन्य विभागों से भूमि प्राप्त करने की कार्यवाही यथा समय की जायेगी।
जनपद कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय स्थापित किये जाने हेतु चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्ययक में 50 करोड़ रुपये का बजट प्राविधान किया गया है। प्रश्नगत परियोजना में प्रशासनिक भवन, छात्रावास, शोध हेतु प्रयोगशाला तथा अन्य अवस्थापना सुविधाओं हेतु न्यूनतम 750 करोड़ रुपये का व्यय भार अनुमानित है।
