लखनऊ कोर्ट में हत्याकांड के बाद वकीलों में आक्रोश:बार एसोसिएशन ने बुलाई आपात बैठक

## Lucknow

(www.arya-tv.com)  लखनऊ में बुधवार को कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कोर्ट रूम में हुई हत्या कांड के बाद वकीलों ने आक्रोशित होकर प्रदर्शन किया। इसके बाद गुरुवार की दोपहर 12 बजे सेंट्रल बार एसोसिएशन में आपात बैठक बुलाई गई।

वकीलों का कहना है कि जब कोर्ट रूम के अंदर गोली चल सकती है, कोई भी वकील और जज अब सुरक्षित नहीं रहा। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जी एन शुक्ला ने कहा कि आज की बैठक में फैसला होगा कि आगे क्या होगा। फिलहाल तब तक के लिए कार्य बहिष्कार किया गया है।

सर्वसम्मति की बैठक में लिया फैसला

लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ की कार्यकारिणी की बैठक अनुराग त्रिवेदी एडवोकेट वरि. उपाध्यक्ष लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ की अध्यक्षता एवं कुलदीप नारायण मिश्र एडवोकेट महामंत्री लखनऊ बार एसोसिएशन, लखनऊ के संचालन में सम्पन्न हुई।

जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि न्यायालय परिसर में घुसकर न्यायालय के अंदर गोली मारकर हत्या किया गया। जिससे मृतक के साथ अन्य कई निर्दोश लोगों को भी गम्भीर चोटें आई। जिससे लखनऊ के वकीलों में डर का माहौल है। इससे स्पष्ट है कि न्यायालय परिसर के अंदर भी कोई सुरक्षित नहीं है और न्यायालय परिसर में किसी भी समय किसी के साथ कोई भी घटना घटित हो सकती है।

कोर्ट में लगाए गए मेटल डिटेक्टर खराब

न्यायालय परिसर में पिछले कई सालों से लगातार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए पुलिस एवं शासन के उच्चाधिकारियों से बराबर मांग की जाती है, उसके बाबजूद भी पुलिस एवं प्रशासन न्यायालय ने सुरक्षा व्यवस्था नही की गई। न्यायालय परिसर में पूर्व में लगाये गए मेटल डिटेक्टर काफी समय से कार्य नही कर रहे है। जिससे पूर्व में भी सिविल कोर्ट परिसर के अन्दर अवांछित तत्वों द्वारा हथियार लेकर प्रवेश कर वकीलों और वादकारियों पर हमले हो चुके है।

कोर्ट में सुरक्षित नहीं वकील

लखनऊ में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है, जब भी न्यायालय परिसर में इस प्रकार की कोई घटना घटित होती है तो कुछ समय के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाते है। बढ़ाने का आश्वासन देते है लेकिन कुछ समय बाद सुरक्षा व्यवस्था एवं सतर्कता समाप्त हो जाती है। वकीलों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों पर पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।24 घंटे में पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कोई ठोस रणनीति बनाकर लखनऊ बार एसोसिएशन के समक्ष प्रस्तुत करें। नही तो वकील आंदोलन करेंगे।