(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर जबरदस्त राजनीति हो रही है। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार की घेराबंदी में जुट गए हैं। लखनऊ एयरपोर्ट से राहुल गांधी सीतापुर के लिए रवाना हो गए हैं। वहां से वह प्रियंका गांधी के साथ लखीमपुर खीरी जाएंगे।
लखीमपुर खीरी जाने कोशिश कर रही प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में रखा गया है। इससे पहले राहुल लखनऊ एयरपोर्ट पर ही धरने पर ही बैठ गए थे। उनका आरोप था कि पुलिस उन्हें अपनी गांड़ी में ले जाना चाहती है। कांग्रेस नेता के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद हैं।
यूपी सरकार ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा तीन अन्य लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है। इससे पहले वहीं, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की है। टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर ही किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप है।
लखीमपुर खीरी की घटना पर एडीजी (क़ानून-व्यवस्था), उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश था कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा न जाए और पूरे पारदर्शी तरीक से कार्रवाई की जाए। प्रदेश सरकार ने अब पांच-पांच के समूह में लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी है। दरअसल, राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पाबंदी लगाई थी, किसी आंदोलन को रोकने के लिए नहीं। लेकिन अब जो शख्स वहां जाना चाहता है, वो जा सकता है।
विपक्षी दलों द्वारा लखीमपुर खीरी जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लखीमपुर आपको जाना है तो कुछ दिन बाद चले जाइएगा। आप दुखद परिवारों से मिलें इसमें कोई आपत्ती नहीं है, लेकिन माहौल बिगाड़ने के लिए ईजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण हो जाए तो उनको जाने दिया जाएगा।
लखीमपुर खीरी घटना पर एडीजी एसएन सबत का कहना है कि इस मामले में कार्रवाई चल रही है। हमारे पास बहुत सारी तस्वीरें हैं और हमने मीडिया से भी कहा है कि अगर किसी के पास वास्तविक तस्वीर है तो वो हमें उपलब्ध कराएं ताकि वो तस्वीरें हमें जांच में काम आए।