(www.arya-tv.com) गर्भावस्था में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई मामलों में खराब सेहत का असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। माता-पिता के मन में भी ये डर रहता है कि कहीं उनके बच्चा किसी बीमारी या दिव्यांगता के साथ जन्म न लें। कई मामलों में देखा जाता है कि बच्चा किसी गंभीर बीमारी या दिव्यांगता के साथ जन्म लेता है। जिसका बाद में इलाज नहीं हो पाता है। कई बच्चे तो जीवन भर ही बीमारियों से जूझते रहते हैं।
ऐसे में आज हम आपको वो तरीके बताते हैं कि जिससे आपका बच्चा स्वस्थ पैदा होगा।ये जानने के लिए हमने एक्सपर्ट्स से बातचीत की है।
इन 6 टिप्स को करें फॉलो
अल्ट्रासाउंड टेस्ट जरूर कराएं
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ। चंचल शर्मा बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउंड टेस्ट जरूर कराने चाहिए। कम से कम तीन बार इस टेस्ट को करा लें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की बनावट की पूरी जानकारी मिलती रहेगी। अगर बच्चे को कोई परेशानी है तो वो पहले से पता चल जाएगा और समय रहते इलाज किया जा सकता है।
जेनेटिक टेस्ट कराएं
जेनेटिक टेस्ट कराने से जीन से संबंधित बीमारी का पहले ही पता चल जाता है। माता-पिता को ये जांच करा लेनी चाहिए। इससे किसी जेनेटिक बीमारी की पहचान हो जाती है। अगर माता-पिता में कोई जेनेटिक बीमारी होती है तो उसका समय पता चल जाता है।ऐसे में बच्चा प्लान करने से पहले इन डिजीज के ट्रीटमेंट की ओर ध्यान दिया जा सकता है।
जेनेटिक टेस्ट के अलावा ऐसे कुछ ब्लड टेस्ट जरूरी होने चाहिए। इनमें एनीमिया की समस्या, थैलेसीमिया, थायराइड का लेवल, ब्लड शुगर का लेवल और रूबेला वायरस की जांच करा लेनी चाहिए।
स्वस्थ आहार
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट का ध्यान रखना चाहिए।स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेने से गर्भवती मां और उसके गर्भ में पल रहा बच्चा स्वस्थ रहता है। महिलाओं को पूरे दिन में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फल, सब्जियां और पूरे अन्न का सेवन करना चाहिए। पानी भी पर्याप्त मात्रा में पीते रहें।। खानपान का ध्यान देने से इम्यूनिटी भी मजबूत रहती है और कई बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है।
मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें
गर्भावस्था के दौरान मेंटल हेल्थ का भी खास ध्यान रखना चाहिए। आपको तनाव, चिंता से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। मेंटल हेल्थ का ध्यान रखने के लिए रोजाना योग और ध्यान कर सकते हैं। रोजाना 10 से 15 मिनट का योग और ध्यान सेहत को काफी बेहतर कर सकता है।
फॉलिक एसिड वाले फूड्स का सेवन करें
महिलाओं को प्रेग्नेंसी के शुरू के 3 महीने के दौरान फॉलिक एसिड वाले फूड्स का सेवन शुरू कर देना चाहिए। इससे होने वाले बच्चे और मां में खून की कमी नहीं होगी और कई तरह की कॉम्पिलिकेशन्स का खतरा भी कम होगा।