आर्ट कॉलेज में कला संवाद कार्यक्रम, कंचन चंदर ने बताईं कला की बारीकियां

Lucknow

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय से संबंध आर्ट कॉलेज में 15 फरवरी को ‘कला संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस श्रंखला के अंतर्गत सुप्रसिद्ध चित्रकार कंचन चंदर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में मौजूद रहीं। कला एवं शिल्प महाविद्यालय परिसर के हल्द्वार हाल में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत में राजन फुलारी द्वारा देश विदेश में जाने-माने फैशन डिज़ाइनर पद्म श्री वैन्डल राडरीक जिनकी मृत्यु कुछ दिन पूर्व गोवा में उनके निवास स्थान पर हुई है, के निधन पर महाविद्यालय के शिक्षक विषय विशेषज्ञ एवं छात्रों द्वारा 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करने की प्रार्थना की गई।

कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर रतन कुमार ने कंचन चंदर को पुष्प देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बोलते हुए डॉक्टर रतन कुमार ने कहा कि कंचन जी समकालीन कला की मजबूत स्तम्भ हैं। वहीं वरीष्ठ कला समीक्षक विनोद भरद्वाज की उपस्थित ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। उन्होंने लखनऊ से अपने जुड़ाव को याद करते हुए बताया कि 1967 में लखनऊ विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग से छात्र होने के साथ ही कला एवं शिल्प महाविद्यालय से उनका लगाव हुआ और वह ग्राफिक विभाग में प्रोफेसर जय किशन अग्रवाल के संपर्क में आए जहां पर उन्हें कला पर और अधिक अध्ययन और लेखन की प्रेरणा मिली।

सभा के अंत में प्रोफेसर आलोक कुमार ने कला एवं शिल्प महाविद्यालय की तरफ से कंचन जी का स्वागत एवं आभार व्यवक्त किया।