कंगना रनोट ने लगाई केस मुंबई से शिमला ट्रांसफर करने की गुहार

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(www.arya-tv.com)गीतकार जावेद अख्तर ने कंगना रनोट और उनकी बहन रंगोली चंदेल की उस याचिका के खिलाफ कैविएट दाखिल की है, जिसमें एक्ट्रेस ने मुंबई में उनके खिलाफ दर्ज 3 आपराधिक मामलों को शिमला ट्रांसफर करने की अपील की है। अख्तर ने सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश की है कि कंगना की याचिका पर सुनवाई से पहले उनका पक्ष जरूर सुना जाए।

एक केस जावेद अख्तर की मानहानि का है

दरअसल, कंगना और रंगोली के खिलाफ दर्ज 3 मामलों में एक जावेद अख्तर की मानहानि का है। सोमवार को ही इस मामले में मुंबई की अंधेरी मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कंगना के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया। यह वारंट इसलिए जारी किया गया, क्योंकि कंगना बार-बार बुलाने के बावजूद पुलिस स्टेशन में हाजिर नहीं हो रही हैं। कोर्ट ने अब कंगना को पुलिस के सामने हाजिर होने के लिए 22 मार्च तक का समय दिया है।

जावेद अख्तर ने नवंबर 2020 में कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जावेद अख्तर का आरोप है कि कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उनका नाम बॉलीवुड की गुटबाजी में घसीटा। साथ ही ऋतिक रोशन के मामले में जो आरोप लगाया उससे उनकी (जावेद अख्तर) छवि खराब हुई है।

दिसंबर 2020 में अंधेरी मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने जुहू पुलिस से कहा था कि जावेद अख्तर की शिकायत की जांच करे। इसके बाद पुलिस ने 1 फरवरी 2020 को अदालत में रिपोर्ट दे दी। इसमें कहा गया कि शिकायतकर्ता (जावेद अख्तर) के आरोप की और जांच की जरुरत है।

दो अन्य केसों में एक वकील अली काशिफ खान देशमुख द्वारा किया गया राजद्रोह का केस है और दूसरा कास्टिंग डायरेक्टर और फिटनेस ट्रेनर साहिल अशरफ अली सैयद ने दर्ज कराया था। दोनों ने ही कंगना और रंगोली की सोशल मीडिया टिप्पणियों को लेकर ये केस दर्ज कराए थे।

कंगना ने कहा- मुंबई में जान का खतरा

कंगना और रंगोली ने सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश की है कि इन तीनों मामलों को मुंबई, महाराष्ट्र से शिमला, हिमाचल प्रदेश ट्रांसफर कर दिया जाए। कंगना के वकील नीरज शेखर ने हवाला दिया है कि मुंबई में केस चलते रहे तो शिवसेना के नेता बदले की भावना से रनोट बहनों का कत्ल करवा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट से उनकी याचिका पर सुनवाई की तारीख फिलहाल मुकर्रर नहीं की गई है।