विधि कोर्स को लेकर छात्र-छात्राओं का बढ़ा रुझान, जानें क्या है पूरा मामला

Prayagraj Zone UP

प्रयागराज(www.arya-tv.com) 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थियों के सामने अपने भविष्य को लेकर बड़ी चुनौती होती है। आज प्रोफेशल कोर्स की ज्यादा डिमांड है। इसी वजह से विभिन्न पाठ्यक्रम जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग, कामर्स, विधि (लॉ) आदि में युवा दिलचस्पी लेते हैं। बीते कुछ सालों में यह देखने को मिला है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की तरह ही विधि पाठ्यक्रम के प्रति छात्र-छात्राओं का रुझान तेजी से बढ़ा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के आंकड़े भी इस बात की पुष्टि करते हैं।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 2019-20 में बीएएलएलबी (12वीं के बाद 5वर्षीय कोर्स) में प्रवेश के लिए 7900 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किए थे। वहीं, 2020-21 में 8062 विद्यार्थियों ने आवेदन किए। इसी तरह 2019-20 में एलएलबी (स्नातक के बाद 3 वर्षीय कोर्स) में प्रवेश के लिए 14400 आवेदन हुए और 2020-21 में 14622 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किए।

आंकड़ों के अनुसार बीएएलएलबी की पढ़ाई में छात्राओं की भी खासी रुचि बढ़ी है। 2019-20 में इविवि में बीएएलएलबी प्रथम सेमेस्टर में 127 विद्यार्थियों को प्रवेश मिला, जिसमें लड़कियों की संख्या 41 रही, जो कुल संख्या का लगभग 44 प्रतिशत है।

उक्त सत्र में एसटी वर्ग के लिए आरक्षित कुल 6 सीटों पर सिर्फ लड़कियां ही प्रवेश पाने में सफल रहीं। विधि संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर व एडमिशन सेल के सदस्य डॉ. हरवंश सिंह का कहना है कि बीते कुछ सालों में यह देखने को मिला है कि इविवि में लॉ की पढ़ाई के लिए आवेदनों में इजाफा हुआ है। इसमें खास बात यह है कि पहले इस कोर्स के लिए जहां लड़कियां कम आवेदन करतीं थीं, वहीं अब उनकी संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है।