मेरठ में 3 दिवसीय कृषक समागम शुरू:मध्य प्रदेश और तेलंगाना से किसान पहुंचे

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(www.arya-tv .com)मेरठ में तीन दिवसीय कृषक समागम शुरू हो गया है। कार्यक्रम में तेलंगाना, यूपी, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान,बिहार, तमिलनाडु से लेकर तमाम राज्यों से 5 हजार किसान पहुंचे हैं। इन किसानों को गाय के गोबर, गौमूत्र का प्रयोग कर कीटनाशक रहित खेती की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही रसायन युक्त खेती के बारे में बताया जाएगा। कल यानी 18 मार्च को सर संघचालक मोहन भागवत आएंगे। अखिल भारतीय कृषक संगम को आयोजन भारतीय किसान संघ के द्वारा किया जा रहा है।

आज भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्रीनारायण चौधरी और राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन सिंह कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे। प्रदर्शनी में गौ अधारित खेती करने वाले किसान अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे।भारतीय किसान संघ के प्रांतीय कार्यालय मंत्री आकाश राठी ने बताया कि कार्यक्रम में देश के प्रत्येक राज्य से किसान, शोधार्थी जुटेंगे। 18 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत मौजूद रहेंगे। 19 मार्च को समापन के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत उद्बोधन भी देंगे।भारतीय किसान संघ के तत्वावधान में होने वाले आयोजन को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां हो रही हैं। कृषक संगम में देसी नस्ल की गायों पर आधारित खेती को बढ़ावा देने की क्रांति जगाई जाएगी। कार्यक्रम में देशभर से हजारों गौ आधारित जैविक कृषि से जुड़े कृषक, रिसर्चर शामिल होंगे। हस्तिनापुर जम्मूद्वीप में स्थित श्री शांति सागर हॉल में गौ आधारित कृषि को बढ़ावा देने के लिए सत्र होंगे। जिसमें विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। 19 मार्च को मुख्य कार्यक्रम अयोध्यापुरी मंडप में होगा।

आयोजन में गोवंश का महत्व बताती प्रदर्शनी होगी। कृषक संगम कृषि प्रदर्शनी भी होगी। इसमें भारतीय नस्ल की गायों की उपयोगिता बताई जाएगी। कृषि के महासम्मेलन में गाय की नस्लों पर भी संवाद होगा। आयोजन का उद्देश्य भोजन को विषरहित करना है। किसानों को रसायनमुक्त खेती के लिए प्रेरित करना है।

हस्तिनापुर में होने वाले कृषि संगम कार्यक्रम को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उच्च पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने हस्तिनापुर और मेरठ में डेरा डाल लिया है। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त मोहन भागवत के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी अपनी तैयारियां पुख्ता कर रही हैं। अलग-अलग राज्यों से 500 प्रतिनिधि व किसान आएंगे।