आजमगढ़ में महावत को पैसा देने पर भड़का हाथी, बाजार में हाथी ने मचाया तांडव

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 आजमगढ़ (www.arya-tv.com) जिले में विजय दशमी के दिन हाथी के साथ आयोजन की परंपरा का निर्वहन करने के दौरान हाथी भड़क गया। इसके बाद बाजार में हाथी का रौद्र रूप देखकर सभी दहशत में आ गए। दरअसल एक जीप चालक ने हाथी को पैसा न देकर महावत को पैसा दे दिया और आगे बढ़ गया। इसकी वजह से भड़के हाथी ने वहां पर मौजूद मैजिक टेम्पो सहित मोटर साइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया। हाथी का रौद्र रूप देखकर भगदड़ मच गई। इस दौरान काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही।

विजयदशमी पर्व पर वर्षों से हाथी मंगने की परंपरा रही है, हाथी की मौजूदगी रावण, कुम्भ करण आदि की सेना के साथ रहती थी। रावण कुम्भकर्ण जब युद्ध के लिए राक्षसी सेना के साथ निकलते थे तो हाथी आगे चलती थी। इस बार तैयारियों के तहत दो हाथी मंगाई गई थी। दशहरा कमेटी द्वारा एक हाथी महाराज गंज, दूसरी आजमगढ़ की थी। दोनों ही हाथी सुबह आठ बजे ही पहुंच गए।

जगदीश पुर गाव स्थित बाबा भगवती दास कुटी जाने के दौरान कुंवर नदी के पास जगदीशपुर गांव के करीब ही सवारी जीप के चालक ने दस रुपये की नोट निकाल हाथी को ना पकड़ा कर महावत को दे दिया और आगे बढ़ गया। इतने में आज़मगढ़ का हाथी आक्रोशित हो गया तो सड़क किनारे खड़ी मैजिक को खींच कर तहस नहस कर दिया। टेम्पो को पलट दिया और पैर से कुचल दिया। इस दौरान दो मोटर साइकिल को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

बाजार में आक्रोशित हाथी को देखकर भगदड़ मच गई। महावत हाथी को वश में करने का प्रयास करने लगा तो लगभग बीस मिनट बाद हाथी काबू में आया। फिर महावत हाथी लेकर आगे बढ़ गया। वर्तमान समय में हाथी बाबा भगवती दास कुटी जगदीशपुर में पहुंच चुका है। दशहरा कमेटी ने हाथी को मेला में ना घुमाने का निर्णय लिया है। साथ ही वन विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया। हाथी के आक्रोश से आधा घण्टा तक आवागमन बंद रहा। इस दौरान बड़े वाहन खड़े हो गए तो हाथी के आगे बढ़ने पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हो सका।