एचडीएफसी बैंक 1 लाख वीएलई के माध्यम से भारत के गांवों में ‘समर ट्रीट’ प्रस्तुत करेगा

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विशाल सक्सेना

  • एचडीएफसी बैंक 1 लाख वीएलई के माध्यम से भारत के गांवों में ‘समर ट्रीट’ प्रस्तुत करेगा
  • सीएससी एसपीवी विलेज़ लेवल एंटरप्रेन्योर्स (वीएलई) के माध्यम से दूरदराज के इलाकों में पहुंचेगा
  • उत्पादों, वित्तीय सेवाओं व डिजिटल पेमेंट्स पर डील शामिल

(www.arya-tv.com)मुंबई, एचडीएफसी बैंक ने देश में दूरदराज के गांवों में समर ऑफर प्रस्तुत करने की अपनी योजनाओं की घोषणा की। बैंक ने अपना ग्रामीण अभियान, ‘समर ट्रीट्स’ प्रस्तुत किया है, जिसमें व्यापारियों, वेतनभोगी तथा स्वरोजगारी ग्राहकों की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए आकर्षक ऑफर हैं। कोविड-19 का प्रसार रोकने के प्रयासों ने उपभोक्ताओं की जीवनशैली एवं मांगों को परिवर्तित कर दिया है। वर्क फ्राॅम होम एवं स्कूल फ्राॅम होम के कारण फोन, टैबलेट, कंप्यूटर एवं संबंधित एक्सेसरीज़ की मांग बहुत बढ़ गई है। सुरक्षित डिजिटल पेमेंट्स एवं निजी परिवहन की मांग भी बढ़ रही है। साथ ही दुकानों व व्यवसायों के खुलने के चलते उन्हें व्यवसायिक फाईनेंस की जरूरत पड़ रही है।

समर ट्रीट्स ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेंगी। वो गोल्ड लोन, 2-व्हीलर के लिए लोन, कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स के लिए फाईनेंस या फिर कोई अन्य बैंकिंग/फाईनेंशल जरूरत को पूरा कर सकेंगे। ऑफर देखने के लिए https://bit.ly/HDFCBank_SummerTreats पर क्लिक करें भारत सरकार के काॅमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के साथ नामांकित 1 लाख विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर्स (वीएलई) के नेटवर्क द्वारा गांवों के नागरिकों को खास उनके लिए बनाए गए ऑफर मिल सकेंगे। रिटेल व व्यवसायिक ग्राहकों को मिलने वाले लाभ हैं:

  • लोन के लिए प्रोसेसिंग शुल्क पर छूट
  • कम ईएमआई

इस अभियान का ग्रामीण चरण श्री दिनेश त्यागी, सीईओ, सीएससी एसपीवी तथा श्रीमती स्मिता भगत, कंट्री हेड, गवर्नमेंट एवं इंस्टीट्यूशनल बिज़नेस, ईकाॅमर्स तथा स्टार्टअप्स, एचडीएफसी बैंक द्वारा वर्चुअल रूप से लाॅन्च किया गया।यह एचडीएफसी बैंक के समर ट्रीट कैम्पेन का दूसरा चरण है। यह सबसे पहले मुंबई में 05 जून को लाॅन्च किया गया था।

नीचे ग्रामीण भारत को प्रस्तुत किए जाने वाले समर ट्रीट ऑफर के फायदों का विवरण दिया गया है:

  • आईफोन एसई लाॅन्च पर एक्सक्लुसिव डिस्काउंट
  • बड़े अप्लायंसेस पर नो काॅस्ट ईएमआई एवं नो डाउन पेमेंट
  • चुनिंदा ब्रांड्स पर डिस्काउंट एवं कैशबैक
  • क्रेडिट कार्ड द्वारा ऑनलाइन खर्च करने पर 50 प्रतिशत ज्यादा रिवार्ड प्वाईंट।
  • बैंक के लेंडिंग उत्पादों पर खास ऑफर जिनमें शामिल हैं:
  • कार लोन पर पहले तीन माह 70 प्रतिशत तक कम ईएमआई
  • टू-व्हीलर पर तीन माह के लिए 50 प्रतिशत तक कम ईएमआई
  • वेतनभोगियों के लिए ओवरड्राफ्ट की सुविधा
  • स्वरोजगारियों के लिए कस्टम-मेट फाईनेंस योजनाएं
  • पर्सनल लोन, गोल्ड लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन, प्राॅपर्टी पर लोन, बिज़नेस एवं होम लोन पर ऑफर
  • डेबिट कार्ड या पेज़ैप द्वारा ऑनलाइन खर्च करने पर अतिरिक्त रिवार्ड प्वाईंट

मिस स्मिता भगत, कंट्री हेड, गवर्नमेंट एंड इंस्टीट्यूशनल बिज़नेस, ई-काॅमर्स एवं स्टार्टअप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा, हम सीएससी के साथ साझेदारी में अर्द्धशहरी व ग्रामीण भारत में एचडीएफसी बैंक के लाखों ग्राहकों के लिए समर ट्रीट्स लाॅन्च करके काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, आकर्षक ऑफरों का हमारा विस्तृत संग्रह संकट के इस वक्त ग्राहकों की खरीद को ज्यादा फायदेमंद बनाने का हमारा प्रयास है। सीएससी के साथ हमारी पार्टनरशिप से हमें देश के दूरदराज के इलाकों में पहुंचकर अपने आकर्षक ऑफरों प्रदान करने की सामथ्र्य मिली है। साथ ही ग्राहकों को अपनी बैंकिंग व फाईनेंशल जरूरतों को पूरा करने के लिए केवल अपने नजदीकी विलेज़ लेवल एक्ज़िक्यूटिव (वीएलई) के पास ही जाना होगा। 1 लाख वीएलई एचडीएफसी बैंक की शाखाओं के रूप में काम करेंगे।

श्री दिनेश कुमार त्यागी, सीईओ, सीएससी, एसपीवी ने कहा, काॅमन सर्विस सेंटर (सीएससी) ग्रामीण उद्यमियों एवं नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार का डिजिटल इंडिया अभियान है। उन्होंने कहा, हमें एचडीएफसी बैंक के साथ साझेदारी करने की खुशी है। देश के कोने-कोने में 1 लाख वीएलई का मजबूत नेटवर्क आम जनता को बैंकिंग व फाईनेंशल उत्पाद, सेवाएं आकर्षक समर ट्रीट्स ऑफरर्स के साथ अपने नजदीक ही पाने में मदद करेगा। इससे सीएससी वीएलई की विश्वसनीयता बढ़ेगी और उनकी आय में काफी वृद्धि हो जाएगी। यह अद्वितीय साझेदारी वित्तीय रूप से समावेशी समाज का निर्माण करेगी।

  • शाखाओं के अलावा ग्राहक ये ऑफर डिजिटल प्लेटफाॅम्र्स जैसे वेबसाईट, पेज़ैप एवं स्मार्टबाय से भी प्राप्त कर सकते हैं।

जुलाई 2018 में एचडीएफसी बैंक एवं सीएससी एसपीवी ने एक समझौतापत्र पर हस्ताक्षर करके सीएससी के साथ नामांकित वीएलई को दूरदराज के इलाकों में बैंकिग उत्पाद व सेवाएं प्रदान करने का अधिकार दिया। इस व्यवस्था द्वारा ग्रामीण भारत में उन लाखों लोगों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हुईं, जो औपचारिक बैंकिंग व्यवस्था से दूर थे।