महाराष्ट्र के CM ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग; 5 राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों का होगा कोरोना टेस्ट

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(www.arya-tv.com)महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। इसमें BMC और प्रदेश के प्रशासनिक अफसर मौजूद रहेंगे। कोरोना के रोकथाम के लिए इस मीटिंग में मुख्यमंत्री कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं।

इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से उत्तराखंड पहुंचने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला लिया है। राज्य के सभी रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर इसके लिए स्पेशल इंतजाम किए गए हैं। सरकार ने कहा कि इस नियम का सभी को पालन करना होगा।

4 राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर ने दी दस्तक

देश में कोरोना का संकट फिर से गहराता जा रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे रहे जहां रिकवरी से ज्यादा नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई। इनमें भी 4 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है। इनमें महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू कश्मीर और चंडीगढ़ शामिल हैं। महाराष्ट्र में पिछले 10 दिन, पंजाब में 12, चंडीगढ़ में 10 और जम्मू कश्मीर में 7 दिन से लगातार एक्टिव केस बढ़ रहे हैं। केरल में हालात अब काबू में आने लगा है। यहां सोमवार को 2841 एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आई है।

10 हजार नए केस मिले, 13 हजार लोग ठीक हुए
लगातार 5 दिनों तक एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद सोमवार के आंकड़ों ने कुछ राहत दी। ओवरऑल नए केस से ज्यादा संख्या ठीक होने वालों की रही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को 10 हजार 493 लोग संक्रमित मिले, जबकि 13 हजार 230 लोग रिकवर हुए। 76 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस तरह से 2817 एक्टिव केस की संख्या घट गई। अब तक 1.10 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं, इनमें 1.07 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं। 1 लाख 56 हजार 498 मरीजों ने अब तक जान गंवा दी। 1 लाख 44 हजार 332 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है।

वैक्सीनेशन के बाद अब तक 19 लोगों ने जान गंवाई
देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भी तेज हो गई है। अब तक 1 करोड़ 14 लाख से ज्यादा हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 75 लाख 40 हजार 602 हेल्थ केयर वर्कर्स और 38 लाख 83 हजार 492 फ्रंट लाइन वर्कर्स शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वैक्सीनेशन के बाद अब तक 46 लोगों को गंभीर साइड इफेक्ट्स की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इनमें 26 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं और एक का इलाज चल रहा है। 19 लोग ऐसे भी रहे जिनकी मौत हो गई। हालांकि, इनकी मौत का कारण अलग-अलग रहा है।