ASI को मुस्लिम पक्ष ने ज्ञानवापी तहखानों की चाबियां सौंपी:3D इमेजिंग और मैंपिग होगी

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(www.arya-tv.com) भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम को ज्ञानवापी परिसर की सभी चाबियां मिल गई हैं। गुंबद और सीढ़ी का ताला खुलने के बाद हर ताले की चाबी ASI के हाथ आ गई है। मुस्लिम पक्ष की ओर से चाबियों का गुच्छा ASI के अधिकारियों को सौंप दिया गया है।

अब जल्द ही सेंट्रल डोम तक सर्वे की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। अब तक मस्जिद के मुख्य परिसर और व्यास जी के तहखाने की चाबियों का इंतजार किया जा रहा था।

वाराणसी के ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम सोमवार को पांचवे दिन के सर्वे के लिए पहुंच गई।सर्वे 11 बजे के बाद शुरू कर दिया गया है। चार दिन के सर्वे में अहम तथ्यों के बाद टीम का फोकस आज तीनों गुंबद पर रहेगा।

टीम के 30 सदस्य तीनों गुंबद की 3D इमेजिंग और मैंपिग करेंगे। डिजिटल नक्शे में फोटोग्राफ को शामिल करेंगे। 58 सदस्यीय ASI की टीम के साथ वादी-प्रतिवादी और दोनों पक्षों के नामांकित वकील शामिल रहेंगे। कानपुर आईआईटी के दो GPR एक्सपर्ट भी सर्वे टीम के साथ रहेंगे। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में GPR मशीन से सर्वे शुरू हो सकता है। 10 बजे शुरू होकर सर्वे 12.30 बजे लंच और नमाज के लिए रोका जाएगा। 2.30 बजे से दोबारा सर्वे शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगा।

रविवार को गुंबद और आलों में मंदिरों जैसी कृतियां

रविवार को चौथे दिन ASI टीम को गुंबदों के सर्वे के दौरान गोलाकार छत में कई नागर शैली डिजाइनें मिली हैं। हॉल में तीनों गुंबद सीलिंग में टीम को कई डिजाइनें मंदिर जैसी कृतियां में झलकती दिखीं। इनकी एक-एक करके फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। अब तक मंदिरों में दिखने वाले 20 से अधिक आले (दीवार में बनी अलमारी, इसे पूर्वांचल में ताखा कहते हैं) भी दिखे हैं। आलों की संरचना और उनके आसपास उभरे चिह्नों की 3-D मैपिंग भी हुई। हिंदू पक्ष ने कहा कि हम अपने दावे पर फुलस्पीड से आगे बढ़ रहे हैं। गुंबद के पूरे सर्वे में अभी समय लगेगा, मगर सीलिंग की डिजाइन ने हमारा उत्साह बढ़ा दिया है।

व्यासजी के तहखाने में अभी काम अधूरा

ज्ञानवापी के सर्वे 4 अगस्त से जारी है। इससे पहले 24 जुलाई को सर्वे हुआ था। ASI उसे पहले दिन का सर्वे मान रही है। इस हिसाब से चार दिन का सर्वे हो चुका है। ज्ञानवापी के तीनों गुंबदों संग उतरी टीम ने ASI ने व्यास तहखाना में पैमाइश की। ASI ने रविवार सुबह सबसे पहले मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर व्यास तहखाने का ताला खुलवाया। गंदगी की सफाई करवाई और एग्जॉस्ट लगवाए, इसके बाद सर्वे शुरू किया गया। बार बार विद्युत कटौती ने सर्वे को प्रभावित किया लेकिन लगभग 6 घंटे सर्वे का काम चला। दीवारों की 3-डी फोटोग्राफी, स्कैनिंग करवाई। चार्ट में दीवारों पर मिली कलाकृतियों के पॉइंट्स नोट किए।