आर्यकुल कॉलेज में हुआ अतिथि व्याख्यान का आयोजन

Lucknow

लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च में अतिथि व्याख्यान का सफलतापूर्वक आयोजन किया गयाI यह अतिथि व्याख्यान विशेष रूप से बी.फार्मा के चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया गयाI इस अवसर पर महाविद्यालय में चेन्नई स्थित आयुष मंत्रालय के केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरयूएम) के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. एम. जमील ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन कियाI वैज्ञानिक डॉ. एम. जमील ने छात्र-छात्राओं से गुड लैबोरेटरी प्रैक्टिसेस के विषय पर चर्चा की। डॉ. जमील ने गुड लैबोरेटरी प्रैक्टिसेस (जीएलपी) के सिद्धांतों और महत्व के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। उन्होंने बताया की यह एक गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली है जिसमें नैदानिक अध्ययनों के अलावा स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा अध्ययनों की योजना, संचालन, निगरानी, रिकॉर्डिंग, संग्रह और रिपोर्टिंग की आवश्यकताओं और प्रबंधन प्रक्रियाएं शामिल हैं। उन्होंने प्रयोगशाला अध्ययनों की गुणवत्ता और अखंडता सुनिश्चित करने में जीएलपी की भूमिका पर जोर दिया, जो सुरक्षित और प्रभावी दवाओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

हर्बल दवाओं के मानकीकरण के क्षेत्र में डॉ. जमील के व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता के साथ-साथ आयुष मंत्रालय से उनके जुड़ाव ने व्याख्यान को महत्वपूर्ण बना दिया, जिससे यह सभी प्रतिभागियों के लिए एक समृद्ध अनुभव बन गया। इस अवसर पर आर्यकुल कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ सशक्त सिंह ने कहा की यह एक ऐसी प्रणाली है जो प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और सही सेवा के लिए तैयार की जाती है और प्रयोगशालाओं में सही तकनीकों के उपयोग की आवश्यकता होती है। यह खतरनाक रसायनों के वर्गीकरण, परीक्षण के लिए अति आवश्यक है। यह अतिथि व्याख्यान सीखने के अनुभव को बढ़ाने और छात्रों को फार्मेसी और शोध के क्षेत्र में नवीनतम विकास से अवगत कराने के लिए प्रयासों का बहुमुल्य हिस्सा है। इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के फार्मेसी विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य सिंह, फार्मेसी विभाग के एचओडी बी.के सिंह, डॉ. स्नेहा सिंह, डॉ. कशीफ शकील, डॉ. अंकिता श्रीवास्तव, शिक्षको में प्रियंका केशरवानी, ममता पांडे के साथ अन्य शिक्षक गण, स्टाफ उपस्थित रहे।