- भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022
(www.arya-tv.com)लखनऊ, 2 अप्रैल 2022। तुलसी शोध संस्थान श्री राम लीला समिति ऐशबाग के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आज से श्रीराम लीला मैदान में आरम्भ हुए भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 मे कथक भरतनाट्यम संग गुजराती नृत्य मे भगवती देवी दुर्गा अवतरित हुई।
भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 का उदघाटन श्री राम लीला समिति के अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल और सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी और मयंक रंजन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। अपने उदबोधन में हरीश चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि यह भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव भारतीय प्राचीन संस्कृति एवं संस्कारों का संगम है। आदित्य द्विवेदी ने कहा कि यह महोत्सव भारतीय समाज को हमारे गौरवशाली अतीत से जोड़ने वाला एक पर्व है।
आज के चैती महोत्सव का शुभारम्भ कलाश्री की उपाधि से विभूषित विनय तिवारी और वेदांत मिश्रा ने भरतनाट्यम नृत्य शैली में नमस्ते अस्तु भगवान पर भावपूर्ण नृत्य से कर दर्शको को भगवान विष्णु की भक्ति के सागर में आकन्ठ डुबोया। इसी क्रम में विनय और वेदांत ने अलारिपू और आई गिरि नन्दिनी पर भक्ति की सुखद अनुभूति कराई। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त मलखान सिंह और आशी शुक्ला ने संयुक्त रूप से अपने कार्यकम का आरम्भ पंडित बिरजू महाराज कृत तराने से कर ठुमक चलत रामचन्द्र पर भावपूर्ण अभिनय युक्त नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को प्रभु श्री राम के बाल स्वरूप के दर्शन कराए।
भक्ति संगीत से परिपूर्ण इस प्रस्तुति के पश्चात मुंबई के भोजपुरी गायक मोहन राठौड ने नवमी के दिनवा हो रामा भोजपुरी गीत से अपने कार्यकम की शुरुआत कर लोगो को श्री राम की भक्ति का रसास्वादन करया। इसी क्रम में मोहन ने अपनी खनकती हुई आवाज मे निमिया के दाढ़ी मईया मोरी लावेली झुलूहवा, पिया निर्मोहिया ए रामा, आटा साने गईलू ता गिल कई दिहालु और ए रामा असरा में भींगे राखी के कजरवा जैसे अन्य भोजपुरी भक्ति गीतों को सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
ह्रदय को हर्शतीरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त शीलू श्रीवास्तव ने अपनी खनकती हुई आवांज में अवधी देवी गीत देवी मोरे आँगन में आई से अपनी प्रस्तुति का आरम्भ कर चैती गीत चैत मास बोले रे कोयलिया, नइहर से केहु नही अइले हो रामा, दादरा हमरी अटरिया पे जैसे अन्य अवधी लोकगीतों को सुनाकर श्रोताओं की असंख्य तालियां बटोरीं।
मन को मोह लेती इस प्रस्तुति के उपरान्त आकांक्षा श्रीवास्तव, दिव्या शुक्ला सहित अन्य कलाकारों ने पद्मश्री लता मंगेशकर के गाए देशभक्ति गीतो पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर देश के वीर सपूतों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। देश भक्ति गीतो से लबरेज इस पेशकश के बाद संस्कृति कारवां के राज बोखिरिया व साथी कलाकारो ने गुजराती नृत्य गरबा और डांडिया, राजस्थानी नृत्य केशरिया बालम की उत्कृष्ट प्रस्तुति देकर दर्शको का दिल जीता।