फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज ने कोविड-19 के प्रकोप से राहत के लिए डीलरों को सहायता की

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  • फिनोलेक्‍स इंडस्‍ट्रीज ने कोविड-19 के प्रकोप से राहत के लिए डीलरों को सहायता की पेशकश की

(www.arya-tv.com)भारत में पीवीसी फिटिंग के सबसे बड़े निर्माता, फिनोलेक्‍स इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड (एफआईएल) ने कारोबार पर लॉकडाउन के पड़ रहे प्रभावों को देखते हुए कर्मचारियों, डीलरों व एएसोसिएट्स की सहायता हेतु कई पहल शुरू की है।अपने तरह की एक विशिष्‍ट पहल करते हुए, एफआईएल ने अपने डीलरों के लिए टर्नओवर डिस्‍काउंट स्‍कीम (टीओडी) बढ़ा दी है। कंपनी द्वारा अपने डीलरों को टीओडी के तहत पहले से भुगतान किेये जाने वाले इंसेंटिव्‍स के ऊपर से यह टीओडी वृद्धि की गयी है। कंपनी द्वारा देश भर के अपने समर्पित डीलरों और कर्मचारियों के साथ हफ्ते भर चले विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है। कंपनी के नेटवर्क में 18,000 से अधिक खुदरा विक्रेताओं, डीलर्स और सब-डीलर्स शामिल हैं।

इस अतिरिक्‍त टीओडी का भुगतान उन डीलर्स को किया जा रहा है, जिन्‍होंने अपने टार्गेट पूरा कर लिया है और जो डीलर टार्गेट नहीं पूरा कर सके हैं उनके प्रति भी आभार प्रकट करते हुए उन्‍हें भी कुछ राशि का भुगतान किया जायेगा ताकि उन्‍हें चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के प्रभाव से कुछ राहत मिल सके। दूसरा, कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के लिए, कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करने का प्रोत्‍साहक कदम उठाया है। कंपनी के साधारण कर्मचारियों ने इस पहल की काफी सराहना की है।

इन पहलों के बारे में एफआईएल के चेयरमैन  प्रकाश पी. छाबडि़या ने कहा फिनोलेक्‍स की सफलता का श्रेय हमारे सहयोगियों – डीलर व रिटेलर्स, और हमारे कुशल कार्यबल की कड़ी मेहनत और उत्‍कृष्‍टता को जाता है, जिन्‍होंने इंडस्‍ट्री को सर्वोत्‍तम उत्‍पाद तैयार करके दिये हैं। हमारी कंपनी हर तरह से उनका सहयोग करेगी और हमने उन्‍हें वचन दिया है।एफआईएल को इसके लोकहितकारी पहलों के लिए भी जाना जाता है और लॉकडाउन के दौरान, उनके सीएसआर सहयोगी माधव फाउंडेशन ने विभिन्‍न अस्‍पतालों व संगठनों को पीपीई सूट्स, वेंटिलेटर्स, डिसइंफेक्‍टेंट्स, ग्रोसरी किट्स व अन्‍य अत्‍यावश्‍यक वस्‍तुएं प्रदान किये हैं।

लॉकडाउन के चलते समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों जैसे कि प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों की जिंद‍गियां सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुई है और फाउंडेशन द्वारा पुणे में हरसंभव तरीके से उनकी सहायता की गयी।