वित्त मंत्री ने टैक्सपेयर्स को नहीं दी कोई राहत

# ## Business National

(www.arya-tv.com) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया है. इसके पेश होने के साथ ही इस बात का खुलासा हो रहा है कि चुनावी साल में सरकार किस तरह देश के टैक्सपेयर से लेकर किसानों, गरीबों, नौकरीपेशा, कारोबारियों और निवेशकों को लुभाने के लिए अपना निर्णायक दांव चलने की कोशिश कर रही है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन का छठा बजट और पहला अंतरिम बजट

विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का बजट पेश करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने बड़ी चुनौती ये होगी कि आम से लेकर खास के लिए उनको पैसा निकालना होगा. इस अंतरिम बजट के बाद सरकार इलेक्शन मोड में आ जाएगी और ये बजट विकसित भारत की बुनियाद के लिए अहम बजट साबित हो सकता है. राम मंदिर के बाद केंद्र सरकार पहले ही टूरिज्म सेक्टर के जरिए देश की अर्थव्यवस्था के लिए अहम राजस्व आने की उम्मीद कर रही है और मान कर चला जा सकता है कि राम मंदिर के अपने वादे को पूरा करने के बाद सरकार का जोश हाई है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं जो अंतरिम बजट पेश करेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने के साथ ही मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा जैसे पूर्व वित्त मंत्रियों के रिकॉर्ड को पीछे कर देंगी. इन नेताओं ने लगातार पांच बजट पेश किये थे.

मध्यम वर्ग की वित्त मंत्री से ढेरों उम्मीदें

साल 2024 में पेश होने वाला बजट मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है. ऐसे में देश के मध्यम वर्ग को इस बार वित्त मंत्री से बहुत से उम्मीदें हैं. मिडिल क्लास की लंबे वक्त से मांग है कि सरकार इनकम टैक्स की धारा 80C में बदलाव करें और इसके तहत मिलने वाली टैक्स छूट 1.5 लाख से बढ़ाकर 2 लाख कर दें. वित्त मंत्री इस मांग पर भी सौगात दे सकती हैं.