(www.arya-tv.com) हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को शुरू हुई हिंसा की आंच अभी तक कई हिस्सों में फैली हुई है। नूंह और आसपास के इलाकों में फैले बवाल में अभी तक 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, सौ से अधिक गिरफ्तारी हो गई हैं और कई एफआईआर भी दर्ज हुई हैं। पुलिस अभी भी इस हिंसा के आरोपियों की पहचान में जुटी है और हर पहलू को खंगाला जा रहा है। लेकिन कहानी सिर्फ इतनी नहीं है, माहौल में अभी भी तनाव है और लोग घरों को छोड़कर जा रहे हैं। नूंह को लेकर ताजा अपडेट क्या है और इसका क्या असर हो रहा है, ।
हिंसा के बाद पलायन का सच
नूंह, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में अभी डर का माहौल है। अभी भी छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, ऐसे में लोगों की ओर से खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश की जा रही है। एक ओर जहां प्रशासन दावा कर रहा है कि पलायन की खबरें गलत हैं और लोग पलायन ना करें, दूसरी ओर सच्चाई कुछ अलग ही नज़र आ रही है। गुरुग्राम में पिछले करीब 15 साल से रहने वाला परिवार अब यहां से जा चुका है और इसकी वजह नूंह से शुरू हुई हिंसा ही है। सोमवार को नूंह में जब हिंसा शुरू हुई उसके अगले दिन ही एक परिवार यहां से निकला।
परिवार ने जानकारी दी कि नूंह की जब खबर आई तब मैंने निकलने का फैसला किया, क्योंकि आग सोहना तक फैल गई थी। मेरे बच्चों ने भी कुछ वीडियो देख लिए थे, जिसके बाद मैं काफी डर गया था। गुरुग्राम का ही रहने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया कि हिंसा फैलने के बाद वह होटल में शिफ्ट हो गया था, ताकि सुरक्षित रह सके। सिर्फ गुरुग्राम ही नहीं बल्कि नूंह, सोहना से भी पहले पलायन की खबरें आई थीं. तब प्रशासन ने लोगों से कहीं ना जाने की बात कही थी, साथ ही पलायन की खबरों पर किसी भी तरह से विश्वास ना करने को कहा था।
बाहर से आए थे उपद्रवी?
हिंसा की जो खबरें आई हैं उसको लेकर एक अहम जानकारी जो मिली है, वह ये है कि कई जगह झुंड में हमले किए गए हैं और हमला करने वाले दूर से ही आए हैं। गुरुग्राम के सेक्टर 57 में सोमवार को एक धार्मिक स्थल पर हमला किया गया था, अब जानकारी मिली है कि यहां हमला करने वाले करीब 2-3 किमी। दूर गांव से आए थे, जिन्होंने यहां आग लगा दी। गुरुग्राम में करीब दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं, धार्मिक स्थल पर हमले के मामले में करीब 11 गांव वालों पर केस दर्ज किया गया है जबकि 90 से अधिक अनाम लोगों पर केस हुआ है।
पुलिस की कोशिश अब हिंसा करने वाले उपद्रवियों को तलाशने की है
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को शुरू हुई हिंसा की आंच अभी तक कई हिस्सों में फैली हुई है। नूंह और आसपास के इलाकों में फैले बवाल में अभी तक 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, सौ से अधिक गिरफ्तारी हो गई हैं और कई एफआईआर भी दर्ज हुई हैं। पुलिस अभी भी इस हिंसा के आरोपियों की पहचान में जुटी है और हर पहलू को खंगाला जा रहा है। लेकिन कहानी सिर्फ इतनी नहीं है, माहौल में अभी भी तनाव है और लोग घरों को छोड़कर जा रहे हैं। नूंह को लेकर ताजा अपडेट क्या है और इसका क्या असर हो रहा है, ।
हिंसा के बाद पलायन का सच
नूंह, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में अभी डर का माहौल है। अभी भी छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, ऐसे में लोगों की ओर से खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश की जा रही है। एक ओर जहां प्रशासन दावा कर रहा है कि पलायन की खबरें गलत हैं और लोग पलायन ना करें, दूसरी ओर सच्चाई कुछ अलग ही नज़र आ रही है। गुरुग्राम में पिछले करीब 15 साल से रहने वाला परिवार अब यहां से जा चुका है और इसकी वजह नूंह से शुरू हुई हिंसा ही है।
सोमवार को नूंह में जब हिंसा शुरू हुई उसके अगले दिन ही एक परिवार यहां से निकला। परिवार ने जानकारी दी कि नूंह की जब खबर आई तब मैंने निकलने का फैसला किया, क्योंकि आग सोहना तक फैल गई थी। मेरे बच्चों ने भी कुछ वीडियो देख लिए थे, जिसके बाद मैं काफी डर गया था। गुरुग्राम का ही रहने वाले एक व्यक्ति ने दावा किया कि हिंसा फैलने के बाद वह होटल में शिफ्ट हो गया था, ताकि सुरक्षित रह सके। सिर्फ गुरुग्राम ही नहीं बल्कि नूंह, सोहना से भी पहले पलायन की खबरें आई थीं. तब प्रशासन ने लोगों से कहीं ना जाने की बात कही थी, साथ ही पलायन की खबरों पर किसी भी तरह से विश्वास ना करने को कहा था।
बाहर से आए थे उपद्रवी?
हिंसा की जो खबरें आई हैं उसको लेकर एक अहम जानकारी जो मिली है, वह ये है कि कई जगह झुंड में हमले किए गए हैं और हमला करने वाले दूर से ही आए हैं। गुरुग्राम के सेक्टर 57 में सोमवार को एक धार्मिक स्थल पर हमला किया गया था, अब जानकारी मिली है कि यहां हमला करने वाले करीब 2-3 किमी। दूर गांव से आए थे, जिन्होंने यहां आग लगा दी। गुरुग्राम में करीब दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं, धार्मिक स्थल पर हमले के मामले में करीब 11 गांव वालों पर केस दर्ज किया गया है जबकि 90 से अधिक अनाम लोगों पर केस हुआ है।
पुलिस की कोशिश अब हिंसा करने वाले उपद्रवियों को तलाशने की है. इसके लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है, जो सिर्फ सोशल मीडिया पर हिंसा की जो वीडियो वायरल हो रही हैं उनको स्कैन कर रहे हैं। टीम ने करीब 2 हजार से ज्यादा वीडियो को तलाशने का जिम्मा उठाया है, कई वीडियो सोशल मीडिया से डिलीट हो गए हैं। ऐसे में आसपास के अस्पताल, दुकान और बाजार के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है और उपद्रव मचाने वाले लोगों की तलाश हो रही है। आपको बता दें कि हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में फैली हिंसा में अभी तक 176 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है, पुलिस ने 5 जिलों में कुल 93 एफआईआर भी दर्ज की हैं। इनमें सबसे ज्यादा एफआईआर नूंह और गुरुग्राम में ही है।
हालात को सामान्य बनाने के लिए नूंह में कुछ घंटों के लिए इंटरनेट पाबंदी में छूट दी गई थी। शुक्रवार को हिंसा को लेकर सरकार ने एक्शन भी लिया और नूंह के एसपी का ट्रांसफर कर दिया। इसके लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है, जो सिर्फ सोशल मीडिया पर हिंसा की जो वीडियो वायरल हो रही हैं उनको स्कैन कर रहे हैं। टीम ने करीब 2 हजार से ज्यादा वीडियो को तलाशने का जिम्मा उठाया है, कई वीडियो सोशल मीडिया से डिलीट हो गए हैं। ऐसे में आसपास के अस्पताल, दुकान और बाजार के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है और उपद्रव मचाने वाले लोगों की तलाश हो रही है।
आपको बता दें कि हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में फैली हिंसा में अभी तक 176 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है, पुलिस ने 5 जिलों में कुल 93 एफआईआर भी दर्ज की हैं। इनमें सबसे ज्यादा एफआईआर नूंह और गुरुग्राम में ही है। हालात को सामान्य बनाने के लिए नूंह में कुछ घंटों के लिए इंटरनेट पाबंदी में छूट दी गई थी। शुक्रवार को हिंसा को लेकर सरकार ने एक्शन भी लिया और नूंह के एसपी का ट्रांसफर कर दिया।