3 दिन बाद दुल्हन की हालत में सुधार:पिता और बहनोई ने पहले गला दबाया, फिर केमिकल पिलाकर फेंका

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(www.arya-tv.com) 22 साल की दुल्हन की हालत में तीन बाद सुधार हुआ है। जिसके अस्पताल में पुलिस ने बयान भी दर्ज करा दिए हैं। चेहरा और शरीर कई जगह झुलसा हुआ है। 22 अप्रैल को युवती की शादी थी, और बेटी की विदाई के बमुश्किल 48 घंटे बाद उसकी हत्या करने की कोशिश की। युवती के पिता, भाई, बहनाेई ओर अन्य सभी ने मिलकर ससुराल से लाकर रास्ते में मुंह में कपड़ा ठूंसकर युवती को पीटा, फिर गला दबा दिया। जिसके बाद केमिकल पिलाया और चेहरे पर भी डाल दिया। मरी समझकर उसे सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए।

एसएसपी बोले हालत में सुधार

एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि युवती की हालत में सुधार है। डॉक्टर लगातार इलाज कर रहे हैं। युवती के बयान बयान भी दर्ज करा दिए गए हैं। अब युवती जान बच जाएगी। युवती के पिता बहनोई और अन्य लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। युवती के परिवार की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। युवती के इलाज के लिए पुलिस प्रशासन ने शासन को अवगत कराया है। रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष से इलाज के लिए लिखा गया है। क्योंकि युवती की जान बचना सबसे जरूरी है।

22 अप्रैल को हुई थी शादी

बरेली के शाही थाना क्षेत्र के एक गांव की 22 साल की युवती की 22 अप्रैल को जिले के भमौरा क्षेत्र में एक युवक से शादी हुई। युवती के परिवार में पिता, मां, भाई, बड़ी बहन हैं। 23 अप्रैल शाम को दुल्हन का पिता, भाई और जीजा ससुराल पहुंचे। यानी, जिस घर में बेटी की शादी की थी…वहां। रात में वहीं रुके और 24 अप्रैल को पिता अपनी बेटी को साथ घर ले आया। साथ में अन्य रिश्तेदार भी थे। रास्ते में बेटी के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और उसे कई थप्पड़ मारे।

जिला अस्पताल पहुंची पुलिस ने पीड़िता का बयान लेना चाहा तो कागज पर उसने अपना नाम लिखा जिससे उसकी पहचान हो सकी। बेटी प्रेमी के साथ रहने की जिद कर रही थी। इसके बाद जीजा ने दोनों पैर पकड़े और पिता ने एक चुनरी से गला दबा लिया। मृत समझकर बेटी को वेस्ट थाना क्षेत्र के फतेहगंज में सड़क किनारे जंगल में फेंक दिया। पहचान छिपाने के लिए केमिकल चेहरे पर डाला, शरीर पर छिड़का और पिला भी दिया। इससे पूरा शरीर झुलस गया।

24 घंटे मरनासन्न हालत में पड़ी रही युवती

वारदात के अगले दिन यानी 25 अप्रैल को 112 नंबर पर पुलिस को सूचना मिली कि थाना फतेहगंज में एक युवती मरणासन्न हालत में जंगल में पड़ी है। पुलिस ने युवती को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। युवती बेहोशी की हालत में थी।

उसके चेहरे और शरीर को केमिकल से जलाए जाने के निशान भी मिले। मामला गंभीर था, इसलिए SSP प्रभाकर चौधरी और एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने भी घटनास्थल पर जांच पड़ताल की। जिला अस्पताल में युवती को होश आया, तो उसने कागज पर अपना नाम, पता लिखकर दिया। यहीं से पुलिस को युवती की पहचान हुई। पुलिस ने अस्पताल में ही पीड़िता के बयान दर्ज किए। मजिस्ट्रेट बयान भी कराए गए। जिसमें पीड़िता ने कहा कि परिवार ने तो मुझे मार दिया, मैं पिता, भाई और सब की तरफ से मर गई..

पिता ने पति और प्रेमी को फंसाने का नाटक भी किया

पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया। लड़की बेहोशी की हालत में मिली तो पिता ने नाटक रचा। फतेहगंज वेस्ट थाने में अज्ञात पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया। पुलिस ने जब युवती के पिता और अन्य परिजनों से पूछताछ की, तो पता चला कि युवती की 22 अप्रैल को बरेली के एक गांव में शादी हुई है।

युवती के कपड़े और हाथ-पैरों में बिछुए देखकर पुलिस यह समझ गई थी कि वह नवविवाहिता है। जांच में युवती की शादी की पुष्टि भी परिजनों ने की। इस घटना के खुलासे के लिए SSP प्रभाकर चौधरी ने SP देहात राजकुमार अग्रवाल और CO मीरगंज को जांच में लगाया। पिता ने अज्ञात में केस दर्ज कराया और कहा कि बेटी तो ससुराल में थी, ऐसे में पति ही बता सकता है। पुलिस ने पति से पूछताछ की तो वह बोला कि मायके वाले ले गए। फिर पिता प्रेमी को फंसाने का प्रयास करने लगा।

2 अन्य आरोपियों की तलाश भी शुरु

पुलिस ने बताया कि युवती के परिवार वाले उसे शादी के अगले दिन यानी 24 अप्रैल को ले गए हैं। इसके बाद, पुलिस ने युवती के जीजा को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि युवती के अपने गांव के रहने वाले युवक से संबंध थे। शादी के बाद भी युवती इसी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी।

अपनी ससुराल में पति के सामने भी युवती प्रेमी से बात कर रही थी।पुलिस ने आरोपी पिता और जीजा के पास से केमिकल भी बरामद कर लिया है, जिससे युवती का चेहरा झुलसाया गया है। दोनों को जेल भेज दिया गया। वहीं दो अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।