आगरा के दो कॉलेजों में यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान अंग्रेजी का पेपर हुआ था लीक, नहीं मिले एसटीएफ की जांच वाली सीरीज के पैकेट

Agra Zone

(www.arya-tv) पेपर लीक मामले में अफसरों ने सख्त होकर उसी दिन विस्तृत जांच पड़ताल की और एसटीएफ की जांच वाली सीरीज के पैकेट न मिलने के बाद जगनेर स्थिति दोनों कालेजों की जांच ​की और वहां सीरीज के पैकेट खुले मिलने पर उन कॉले​जों को सील कर दिया गया ।

परीक्षा से पहले बुधवार को लीक हुए उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) इंटरमीडिएट अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र मामले का असर गुरुवार को जिले में भी नजर आया। शासन के निर्देश पर सभी परीक्षा केंद्र प्रभारियों को बुलाकर अंग्रेजी विषय के प्रश्नपत्रों के पैकटों की जांच पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कराई गई । जांच में जगनेर स्थित राममनोहर लोहिया इंटर कालेज और श्रीदेव नारायण इंटर कालेज के पैकेट खुले हुए मिले।

सदर तहसील के केंद्रों के पैकेटों की जांच शाहंगज स्थित राजकीय इंटर कालेज (जीआइसी) पर डीएम प्रभु एन सिंह, एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, सीडीओ मनिकंडन और सिटी मजिस्ट्रेट प्रतिपाल सिंह ने परीक्षा केंद्र प्रभारियों को बुलाकर की। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. मुकेश अग्रवाल और जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार भी साथ थे। वहीं सैंया तहसील में एडीएम ई, एत्मादपुर तहसील में एडीएम सिटी, फतेहाबाद तहसील में एडीएम पी, बाह तहसील में एडीएम सीएस जांच करने पहुंचे।

डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि आगरा के सभी 180 केंद्रों की जांच मेरे साथ सिटी मजिस्ट्रेट और चार एडीएम ने की। पेपर लीक मामले में एसटीएफ 316 ईडी और 316 ईआइ सीरीज के पेपर की जांच कर रही है, यहां इस सीरीज के पेपर नहीं मिले, इसलिए पेपर यहां से लीक नहीं हुआ।

जगनेर स्थित राममनोहर लोहिया इंटर कालेज में प्रश्न-पत्र का पैकेट परीक्षा शुरू होने से पहले सीसीटीवी कैमरे के सामने 1:29 बजे ही खोल दिया गया। उस समय केंद्र व्यवस्थापक और अति केंद्र व्यवस्थापक मौजूद थे, लेकिन स्टेटिक मजिस्ट्रेट नहीं पहुंचे थे।

वहीं जगनेर, रिछोह श्रीदेव नारायण इंटर कालेज में भी केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक ने प्रश्न-पत्र का पैकेट समय से पहले सीसीटीवी कैमरे के सामने खोला। स्टेटिक मजिस्ट्रेट के न आने की सूचना केंद्र व्यवस्थापक ने विभाग को दी, जिस पर बीडीओ पहुंच गए थे। दोनों केंद्रों के व्यवस्थापकों से पैकेट खोलने के दौरान का वीडियो मंगाकर जांच की गई।

जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार का कहना है कि जांच वाली सीरीज के प्रश्न-पत्र यहां नहीं मिले। जिन दो कालेजों के प्रश्न-पत्रों के पैकेट खुले मिले, उनकी सीरीज 316 ईजी थी, जो जांच का हिस्सा नहीं है। लेकिन परीक्षा के समय से पूर्व प्रश्न-पत्र का पैकेट खोलना अनियमितता है, जिस कारण दोनों केंद्रों को डिबार करने की संस्तुति शासन और परिषद से की गई है। साथ ही दोनों केंद्रों पर अनुपस्थित रहे स्टेटिक मजिस्ट्रेट से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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प्रश्नपत्र लीक मामले से पूरे प्रदेश में खलबली मच गई है। इसी कारण शासन ने उन सभी 24 जिलों के प्रशासनिक, पुलिस और शिक्षाधिकारियों को प्रश्न-पत्रों के पैकेट मंगाकर पैकेट की सील की जांच करने के निर्देश दिए, जिनकी परीक्षा निरस्त की गई थी। पैकेट की सील के साथ उसे दोनों साइड से भी जांचा गया।

अधिकारियों के सामने केंद्र प्रभारियों ने हालांकि कुछ नहीं कहा, लेकिन वह आपस में चर्चा करते दिखे कि बड़ी परीक्षा थी, कई केंद्रों पर तैयारी दो घंटे पहले शुरू हो गई थीं। ऐसे में यदि गलती से किसी का पैकेट फट गया, तो क्या वह दोषी हो जाएगी। लेकिन जांच डीएम, एसएसपी और सीडीओ स्तर से होती देख कोई यह बात उनसे बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।

जिस केंद्र प्रभारी के पैकेट की सील सुरक्षित मिली, उन्होंने राहत की जांच ली और जांच वाले कमरे से बाहर निकलकर माथे का पसीना पौछा। लेकिन जिनका नंबर आने वाला था, वह परेशान थे कहीं गलती से भी कोई गलती न हो जाए।