(www.arya-tv.com) यूपी उपचुनाव के बीच समाजवादी पार्टी ने पुलिसबल द्वारा बुर्के हटाकर पहचान नहीं करने की अपील करते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी थी. जिसे लेकर चुनाव आयोग ने दिशा निर्देश जारी किए हैं. आयोग ने साफ कहा है कि वोटिंग के दिन मतदाता की पहचान का काम पुलिसकर्मी नहीं कर सकेंगे. ये काम पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम ही करती है.
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी IAS चन्द्रशेखर ने इस संबंध में प्रदेश के पुलिस अफसरों को निर्देश दिया है जिसमें कहा कि मतदान के दिन मतदाताओं की पहचान पीठासीन अधिकारी एवं उनकी टीम द्वारा ही की जाती है और मतदाताओं की पहचान पुलिस बल द्वारा नहीं की जाती है बल्कि पुलिस बल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति व्यवस्था स्थापित किया जाना है.
सपा की चिट्ठी के बाद EC ने दिए निर्देश
चुनाव आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के पुलिस अफसरों को साफ निर्देश दिया है. आयोग ने इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के आदेश दिया है ताकि बूथ पर किसी तरह की अव्यवस्था पैदा न हो. आयोग ने कहा कि इस संबंध में हैंडबुक फॉर रिटर्निंग ऑफिसर, 2023 में मतदाताओं की पहचान इसके साथ ही महिला/पर्दानशीं मतदाताओं की पहचान की पहचान के संबंध में विस्तृत प्रावधान दिए गए हैं.
मतदाताओं की पहचान पुलिस बल द्वारा नहीं की जाती है बल्कि पुलिस बल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति व्यवस्था स्थापित किया जाना है. अतः उक्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किये जाने हेतु सभी संबंधित को निर्देशित करने का कष्ट करें, ताकि मतदेय स्थल पर किसी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो तथा मतदान शांतिपूर्ण एवं सुचारू रूप से संपन्न हो सके.
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें यूपी में मतदान के दिन पुलिस को मतदाताओं के आई कार्ड की जांच करने की अनुमति नहीं देने की अपील की गई थी. सपा ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा था कि इस दौरान पुलिस ने मुस्लिम महिलाओं के बुर्का हटवाए थे, जिसकी वजह से महिलाएं डर गई और सपा के वोट प्रतिशत में कमी आई थी