डेंगू के प्रकोप से बढ़े बकरियों के दूध की कीमत, 200 रुपये में रहा दूध

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(www.arya-tv.com) आगरा मंडल में डेंगू और वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप के बीच बकरी के दूध की डिमांड काफी बढ़ गयी है। यहां आज बकरी का दूध गाय और भैंस के दूध से चार गुना ज्यादा दाम में बिक रहा है। अधिकांश बकरी पालक इस आपदा का फायदा उठाकर ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं, लेकिन एक व्यक्ति ऐसा भी है, जो मुफ्त में बकरी का दूध मुहैया करा रहा है।

कसाइयों ने रोक दिया बकरियों का कटान

ऐसा माना जाता है कि बकरी का दूध डेंगू से पीड़ित व्यक्ति में घट रहीं प्लेटलेट्स को बढ़ा देता है। आगरा में बकरियां पालने का काम अधिकांश कसाई ही करते हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान दूध की डिमांड बढ़ने के बाद लोग दूध देने वाली बकरियों को काटने की बजाए उन्हें पौष्टिक आहार दे रहे हैं, जिससे वे ज्यादा दूध दें। बकरियों का व्यवसाय करने वाले गयासुद्दीन कुरैशी का कहना है कि डिमांड अधिक होने के चलते अभी दाम और बढ़ने की उम्मीद है। दूध की कमी है इसलिए हम दाम अधिक ले रहे हैं।

आगरा के मंटोला क्षेत्र में इस समय गफ्फार भाई का नाम काफी चर्चा में है. गोश्त का ही काम करने वाले गफ्फार का पशु काटने का बाड़ा है। लेकिन, आजकल वे पशु कटान के साथ-साथ लोगों को मुफ्त में बकरी का दूध मुहैया करा रहे हैं। वे बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों से डेंगू के चलते बकरी के दूध की डिमांड बढ़ गयी है, इसलिए वे कोशिश कर रहे हैं कि हर जरूरतमंद को बिना पैसों के दूध मिल सके।

गफ्फार के पुत्र शानू ने बताया, ‘इस समय जो डेंगू का देसी इलाज करवा रहा है जाहिर है कि उसके पास पैसों की तंगी होगी। ऐसे में हम अगर उनसे पैसे ले लेंगे तो उन्हें क्या फायदा होगा।’ गफ्फार के पुत्र बंटू कहते हैं कि हमने बकरियों की संख्या बढ़ाई है और उन्हें फल और फलों के छिलके व चने के साथ बढ़िया दाना भी दे रहे हैं। इससे वे ज्यादा दूध देती हैं।

बकरी के दूध के स्वाद की बात करें तो यह हल्का कसैला होता है। इसकी गंध भी गाय और भैंस के दूध से अलग होती है। इसलिए आमतौर पर अधिकांश लोग पीने में इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं। लेकिन, महामारी के चलते अब यह 100 से 200 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। बकरी पालकों की मानें तो एक बकरी दिनभर में तकरीबन आधा लीटर दूध दे देती है।

कीवी और नारियल पानी की भी बढ़ी मांग

आगरा मंडल में बकरी के दूध के साथ-साथ इस समय कीवी और नारियल पानी की भी मांग काफी बढ़ गयी है. फल का काम करने वाले मोनू कुशवाह बताते हैं कि आजकल नारियल पानी की डिमांड इतनी बढ़ गयी है कि पूर्व की सप्लाई से तीन गुना डिमांड है। 30 रुपए में बिकने वाला हरा नारियल अब 100 रुपए में बिक रहा है। वे आगे कहते हैं कि मंडी में दाम बढ़ने के कारण हमें भी महंगा बेचना पड़ रहा है। लायर्स कालोनी में दुकान लगाने वाले परशुराम के अनुसार कीवी इस समय 500 रुपए प्रति किग्रा से अधिक में बिक रही है। साथ ही डेंगू के चलते किन्नू की भी डिमांड बढ़ गयी है।