डेंगू मच्छर का डंक होने लगा फ्रीज: ठंड बढ़ने से डेंगू की बाइट में भेदन क्षमता हो रही कम

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(www.arya-tv.com)  डेंगू को लकेर थोड़ी राहत भरी खबर है। जिन स्थानों पर न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से नीचे चला गया है, वहां डेंगू मच्छर की बाइट (सूंढ) फ्रीज होना शुरू हो गई है। आगरा की बात करें तो यहां न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस एवं अधिकतम तापमान 28 पर आ चुका है। इसलिए डेंगू का खतरा अब टलने लगा है। हालांकि स्वास्थ्य की गाइड लाइन के मुताबिक अभी सावधानी बरतने की जरूरत है।

सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा में इस बार डेंगू को कंट्रोल है। एक-दो मरीज निकल रहे हैं। अगले एक हफ्ते में ठंड और बढ़ी तो डेंगू का खतरा काफी कम हो जाएगा। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाते ही डेंगू मच्छर इनएक्टिव होने लगता है। ठंड के कारण डेंगू का डंक कहिए या बाइट फ्रीज होने लगी है। या फिर मेडिकल की भाषा में उसके इस माउस पार्ट को प्रोबोसिस कहा जाता है, उसमें मनुष्य के शरीर को भेदन करने की क्षमता नहीं रहती है। जिन स्थानों पर तापमान 15 डिग्री से अधिक है, वहां चाहे घर का कोई हिस्सा हो या फिर आफिस अन्य जगहों पर डेंगू मच्छर अभी खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए जब तक ठंड और नहीं बढ़ जाती है तब सावधानी बरतने की जरूरत है।

डेंगू के लार्वा की स्क्रीनिंग जारी
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. नीरज कुमार का कहना है कि पिछले 8 महीने से स्वास्थ्य विभाग रोजाना डेंगू को लेकर कोई न कोई एक्टिविटी करा रहा है। गांव से लेकर शहर तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों तथा स्वास्थ्य टीमों के जरिए डेंगू लार्वा की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। मौसम में बदलाव आने के बाद भी टीमें सकि्रय हैं। रोजाना सम्भावित स्थानों पर डेंगू के लार्वा की स्क्रीनिंग कराई जाती है। प्रत्येक संडे को अवकाश के दिन भी मलेरिया विभाग की टीमें समाजिक संस्थाओं के सहयोग से पार्क एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर मॉर्निंग वॉकर्स को जागरूक करने पहुंचती हैं। घरों और प्रतिष्ठानों में कहीं भी डेंगू का लार्वा पाए जाने पर तुंरत सोर्स रिडेक्शन की एक्टिविटी कराई जाती है।

स्वास्थ्य विभाग बरत रहा सतर्कता
डेंगू को लेकर आगरा में इस बार पिछले वर्ष जैसे हालात नहीं हैं। पिछले साल डेंगू मरीजों से आगरा के हॉस्पिटल फुल हो गए थे। कई लोगों की डेंगू बुखार के चलते जान चली गई थी। फिरोजाबाद, मैनपुरी तथा एटा आदि शहर के मरीज भी आगरा में भर्ती होने के लिए आ रहे थे, इससे हॉस्पिटल बेड कम पड़ गए थे। स्वास्थ्य विभाग इस बार सतर्क है। आगरा में जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कॉलेज में बारिश शुरू होते ही डेंगू वार्ड बना दिए गए। वहीं देहात में स्वास्थ्य केंद्रों पर भी डेंगू मरीजों के लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं।