बॉर्डर से अंदर आते ही ड्रोन को मार गिराएगा, भारत की इस तकनीक के आगे पानी मांगेगा पाकिस्तान!

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(www.arya-tv.com) पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए देश में भेजे जाने वाले ड्रग्स, हथियार, गोला-बारूद और नकली नोटों जैसे मामलों को अब जल्द ही रोका जा सकेगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने दावा किया है कि अगले छह महीनों में देश को सटीक एंटी ड्रोन सिस्टम मिल जाएगा। इसे सबसे पहले देश के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगाया जाएगा। इसके बाद भारत-बांग्लादेश और अन्य बॉर्डर पर इसकी तैनाती होगी।

जून तक मिल जाएगी एंटी ड्रोन तकनीक

एंटी ड्रोन की तैनाती के बाद यदि पड़ोसी देशों से कोई ड्रोन भारत की सीमा में भेजा जाता है तो न सिर्फ उसका पता चल जाएगा, बल्कि जरूरत के मुताबिक उसे शूट भी किया जा सकेगा। उम्मीद है कि जून तक देश को एंटी ड्रोन तकनीक मिल जाएगी,

जिसके बाद सबसे पहले इसे पंजाब में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगाया जाएगा। इसके बाद जम्मू-कश्मीर बॉर्डर फिर राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर समेत अन्य तमाम सीमाओं पर इसे लगाया जाएगा।

पंजाब बॉर्डर पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने के चल रहे ट्रायल

केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पंजाब बॉर्डर पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने के लिए तीन तरह की तकनीक के ट्रायल किए जा रहे हैं। यह भी मुमकिन है कि पंजाब बॉर्डर पर अकेले सिंगल तकनीक वाले सिस्टम को ना लगाया जाए, बल्कि कॉम्बिनेशन सिस्टम को लगाया जाए।

यानी यहां एक से अधिक तकनीक वाले सिस्टम को लगाया जाए। क्योंकि, देश में पाकिस्तान-पंजाब ही ऐसा बॉर्डर है, जहां पिछले कुछ वर्षों से सबसे अधिक ड्रोन आए हैं। बीएसएफ के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले साल 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक देश में 90 ड्रोन जब्त किए गए थे।

इनमें अकेले पंजाब बॉर्डर के पास से 81 ड्रोन बरामद किए गए थे। पिछले साल नवंबर तक करीब दो हजार किलो हेरोइन और अन्य तरह की ड्रग्स भी जब्त की गई थी। इसमें से अधिकतर पंजाब बॉर्डर के सीमांत गांवों से बरामद की गई थी। जिसे पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए भारत भेजने की कोशिश की गई थी। इसी तरह से बीएसएफ ने 190 हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए थे।

क्यों खास है यह सिस्टम?

देश के लिए एंटी ड्रोन टेक्नॉलजी बेहद जरूरी है। इससे ना केवल बाहरी बल्कि आंतरिक सुरक्षा कवच भी मजबूत होगा। वर्तमान में आए दिन पाकिस्तान की तरफ से पंजाब, कश्मीर और अन्य बॉर्डर इलाकों से देश में ड्रोन के जरिए ड्रग्स, हथियार और अन्य गैर-कानूनी चीजों को भेजा जाता है।

इसमें अधिकतर चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है। समस्या यह है कि अभी बॉर्डर पर डटे जवान ड्रोन की आवाज, लाइट या अन्य तरीके से इसका पता लगाते हैं। एंटी ड्रोन सिस्टम आ जाने से जैसे ही ड्रोन भारत की सीमा में प्रवेश करेगा, सिस्टम तुरंत इमरजेंसी अलर्ट देगा। इससे जवानों को समय रहते ड्रोन को मार गिराने में मदद मिलेगी।