ड्रैगन का मुस्लिमों पर अत्याचार, चीन ताबड़तोड़ गिरा रहा मीनारें, 2014 के बाद 38 हजार मस्जिदों को गिराया

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(www.arya-tv.com) चीन पिछले कुछ सालों से इस्लाम से संबंधित सभी प्रकार के प्रतीकों को नष्ट करने पर लगा हुआ है। लेकिन हैरत की बात यह है कि अरब देश इस संबंध में किसी भी तरह का विरोध नहीं करते है और न ही कोई बयान जारी करते हैं।

हाल ही में चीन से ताबड़तोड़ मस्जिदों की मीनारों को गिराये जाने की खबर निकल कर सामने आ रही हैं। चीन में यह काम द्रुत गति से चल रहा है। मुसलमानों में कट्टरता खत्म करने के लिए चीन ने बीजिंग, शंघाई, हुनान, युन्नान समेत 8 राज्यों से मुस्लिम प्रतिनिधि बुलाए और उनसे प्लान शेयर किया। इन प्रतिनिधियों ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा चीनी बातों का प्रचार-प्रसार करने को बोला गया है।

शी जिनपिंग के आदेश पर तोड़ी जा रही मस्जिदें
2018 में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने एक भाषण कहा था कि सभी लोग चीनी प्रतीकों को अपनाएं ताकि वे देश से जुड़ा हुआ महसूस कर सकें। इसके लिए चीनी प्रशासन ने 5 सालों का प्रोग्राम बनाया जिसमें इस्लाम का सिनिसाइजेशन करना है। इसमें धार्मिक पहचान को छोड़ना होगा, जैसे लंबी दाढ़ी रखना, अलग कपड़े पहनना, या मस्जिदों में बार-बार जाना।

बता दें कि उइगुर मुसलमानों पर अत्याचार को लेकर अभी तक किसी भी मुस्लिम देश ने चीन का खुलकर विरोध नहीं किया है। दुनियाभर के मुसलमानों के मसीहा सऊदी अरब, तुर्की और पाकिस्तान के मुंह से उइगुरों को लेकर आज तक एक शब्द नहीं निकला है।

ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने बताया कि 16 हजार मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया गया है। ASPI ने सैटेलाइट की मदद से मस्जिदों का डाटा निकाला, जिससे जानकारी मिली कि साढ़े 8 हजार मस्जिदों को पूरी तरह ढहाया गया।