मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डॉ राजेश्वर सिंह ने देखी ‘द केरला स्टोरी’

Lucknow
  • सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने देखी ‘द केरला स्टोरी’ के स्पेशल स्क्रीनिंग, कहा- देश की एकता, अखंडता और अस्मिता से जुड़ा है फिल्म का विषय
  • डॉ. राजेश्वर सिंह ने स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान देखी ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म, कहा- समाज के ज्वलंत विषय को उजागर करती यह फिल्म

लखनऊ। ‘द केरला स्टोरी’ आतंकवादी साज़िशों को बेनकाब करती, समाज के ज्वलंत विषय को उठाती बहुत ही महत्वपूर्ण फिल्म है। फिल्म का विषय देश की एकता, अखंडता और अस्मिता से जुड़ा है, जिस पर सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आकर गंभीरता से मंथन करना चाहिए। ये बातें सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ‘द केरला स्टोरी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान कहीं।

शुक्रवार को लोकभवन में बहुचर्चित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौहान, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत सभी कैबिनेट मंत्री, बीजेपी विधायक, अफसर व छात्राएं-महिलाएं मौजूद रहीं। डॉ. राजेश्वर सिंह ने स्पेशल स्क्रीनिंग कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।

फिल्म देखने के पश्चात डॉ. राजेश्वर सिंह फिल्म के महत्व को समझाने तथा मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि को लेकर आकंड़ों से भरा एक ट्वीट किया। सबसे पहले केरल का जिक्र करते हुए डॉ. सिंह ने बताया कि 1901 की जनगणना के अनुसार, केरल में 68.5% हिंदू, 17.5% मुस्लिम और 14% ईसाई थे, जबकि 2011 में मुस्लिम जनसंख्या बढ़कर हुई 26.6% जबकि ईसाई 18.4% रही और हिंदू जनसंख्या घटकर केवल 54.9% ही रह गई। 2011 की धार्मिक जनगणना के अनुसार, केरल में मुस्लिम विकास दर 12.3%, हिंदू ग्रोथ रेट 2.23% और ईसाई ग्रोथ रेट 1.38% था।

फिर उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल में वर्ष 1947 में मुस्लिम आबादी 19.85% थी। 2001 जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में हिंदू ग्रोथ रेट 14.2% था, जबकि मुस्लिम ग्रोथ रेट 25.9% था। उन्होंने आगे बताया कि 2011 में पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का ग्रोथ रेट 10.8% था जबकि मुस्लिम ग्रोथ रेट इसके लगभग दोगुना 21.8% था। पश्चिम बंगाल के जिलों मुर्शिदाबाद में 66% मुस्लिम आबादी, मालदा में 51% मुस्लिम आबादी जबकि उत्तर दिनाजपुर में 49.31% मुस्लिम आबादी है। यही कारण है कि ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं।

सरोजनी नगर विधायक ने कश्मीर की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि 1901 की जनगणना के अनुसार कश्मीर घाटी में मुस्लिम जनसंख्या 93.6% और हिन्दू जनसंख्या 5.24% थी जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार कश्मीर घाटी में केवल 2% हिन्दू ही बचे थे। इसीलिए कुछ राजनीतिक दल कश्मीर फाइल्स मूवी का विरोध कर रहे थे।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि US reports और NIA, दोनों ने ISIS के भारत में बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला। पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु जैसे राज्यों में फिल्म को बैन करना तुष्टिकरण का चरम है। उन्होंने कहा कि ISIS और इसकी विचारधारा हमारे देश के लिए गंभीर समस्या है। हमें अपनी बेटियों को जागरुक करने की आवश्यकता है।

इससे पहले 9 मई को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी में फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के घोषणा की गई थी तो विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने इसका स्वागत किया था। साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल और केरल में जनसांख्यिकीय असंतुलन( demographic imbalance)को लेकर आगाह भी किया था।

डॉ राजेश्वर सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा था कि केरल,और कर्नाटक में ISIS का बढ़ता प्रभाव भारत के लिए बेहद खतरनाक है। और इसकी विचारधारा हमारे कल, आज और कल के लिए गंभीर समस्या है। सभी राष्ट्रवादियों को इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए। तुष्टीकरण की राजनीति ने सीरिया और इराक को तहस-नहस किया। पश्चिम बंगाल और केरल में जनसांख्यिकीय असंतुलन ( demographic imbalance)खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।