पंचायती दौड़ में वर्चस्व बनाते हुए दो चरणों में पुरुषों से 4915 महिलाएं ज्यादा नामांकन लेकर आगे

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(www.arya-tv.com) पंचायत चुनाव में दो चरणों के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो गई है। तीसरे चरण के नामांकन जारी हैं। इन सभी चरणों में अबतक जो आंकड़े सामने आए हैं उसमें महिलाएं, पुरूषों से आगे हैं। हालांकि इसके पीछे महिलाओं को पंचायत चुनाव में मिला 50 फीसदी आरक्षण भी वजह है, लेकिन आरक्षण से परे महिलाओं में गांव की सरकार बनाने को लेकर जबर्दस्त उत्साह दिख रहा है।

पहले चरण में पुरूषों की तुलना में 858 महिलाओं ने ज्यादा किया नामांकन
2 सितंबर से 8 सितंबर तक 10 जिलों के 12 प्रखंडों की 159 पंचायतों में विभिन्न पदों के लिए पहले चरण के नामांकन दाखिल किए गए थे। इस दौरान 15,328 नामांकन हुए। इसमें 7,235 पुरुष और 8,093 महिला उम्मीदवारों ने नामांकन किया। पहले चरण में पुरूषों की तुलना में 858 महिलाओं ने ज्यादा नामांकन किया।

दूसरे चरण में पुरूषों की तुलना में 4057 महिलाओं ने ज्यादा किया नामांकन
राज्य में दूसरे चरण के पंचायत चुनाव को लेकर 34 जिलों के 58 प्रखंडों में नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 13 सितंबर को खत्म हो गई है। इस चरण के लिए 76,279 नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं। इसमें 36,111 पुरुषों ने और 40,168 महिलाओं ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। दूसरे चरण की सीटों पर पुरूषों की तुलना में 4057 महिलाओं ने ज्यादा नामांकन किया है।

तीसरे चरण में 17 सितंबर तक हुए 25,464 नामांकन
राज्य में तीसरे चरण के लिए 16 सितंबर से 22 सितंबर तक नामांकन पत्र दाखिल करना है। तीसरे चरण में 35 जिलों के 50 प्रखंडो में चुनाव होना है। इस चरण के लिए अबतक 25464 नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं। इसमें 12,465 पुरुषों ने और 12,999 महिलाओं ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। अबतक इस चरण में पुरूषों की तुलना में 534 महिलाओं ने ज्यादा नामांकन किया है।

महिलाओं के लिए पंचायतों में है 50 फीसदी आरक्षण
राज्य में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया है। पंचायत चुनाव में महिलाओं की पुरूषों की तुलना में ज्यादा भागीदारी की बड़ी वजह यही मानी जा रही है। हालांकि आरक्षित सीटों के अलावा सामान्य सीटों पर भी महिलाओं की अच्छी भागीदारी देखी जा रही है। इस लिहाज से सिर्फ आरक्षण को महिलाओं में पंचायत चुनाव को लेकर उत्साह की वजह नहीं माना जा सकता है। 2016 में हुए पंचायत चुनाव में करीब 60 फीसदी सीटों पर महिलाएं चुनकर आईं थी। इसबार भी भागीदारी को देखते हुए ऐसे ही नतीजों की उम्मीद की जा रही है।

महिलाएं मायके से पकड़ रही उम्मीदवारी की राह
बिहार सरकार के नियम के मुताबिक महिलाओं को उनके पिता की श्रेणी में ही आरक्षण मिलता है। इसलिए महिला प्रत्याशी जाति प्रमाण पत्र के लिए अपने मायके के अंचल कार्यालयों में पहुंच ऑनलाइन आवेदन कर रही हैं। साल 2016 की ही आरक्षण व्यवस्था की तरह, इस साल भी पंचायत चुनाव में महिला प्रत्याशियों को पिता के नाम से निर्गत जाति प्रमाण पत्र नामांकन के समय दाखिल करना है।