बारिश में करे इनडोर वर्कआउट और रखे खुद को फिट

Health /Sanitation

ARYA-TV DESK LUCKNOW

आमतौर पर स्वास्थ्य का मतलब समझा जाता है रोग-रहित जीवन। लेकिन क्या सचमुच यही स्वास्थ्य है ? तो फिर स्वस्थ रहने का मतलब क्या है ?

स्वस्थ जीवन जीने की कला को योग कहते हैं. योग के दो अर्थ होते हैं- जोड़ना और समाधि. योग में दोनों अर्थ समाहित हैं. कई लोग होते हैं ऐसे होते है जिन्हें अपनी सेहत और स्वास्थ्य की फिक्र होती हैं और इसके लिए वे कई तरह के व्यायाम और शारीरिक क्रियाएँ करते हैं। हर इंसान को अपनी सेहत का ध्यान रखना ही चाहिए क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य ही इंसान की असली पूँजी मानी जाती हैं।

कई लोग अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिम जाना पसंद करते हैं लेकिन बारिश के कारण घर से निकल ही नहीं पाते हैं और उनका जिम जाने का प्रोग्राम रद्द हो जाता हैं। तो ऐसे में आपको फिक्र करने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि आज हम आपको इनडोर वर्कआउट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप घर पर ही जिम का मजा ले सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन इनडोर वर्कआउट के बारे में।

* बेंट ओवर रो 
अपने दोनों हाथों में पानी की बोतल पकडकर सीधी खडी हो जाएं। हिप्स को पीछे की ओर करते हुए सामने की ओर हलका झुकें। अपनी कोहनियों को हलका मोडकर ऐसी पोजीशन में रखें जैसे साइकल का हैंडल पकडे हों। फिर कुछ देर होल्ड करें और अपने शोल्डर ब्लेड पर दबाव डालते हुए हाथों को उठाएं। उसके बाद नीचे लाएं। इस सेट को 12-16 बार करें।

*वेस्ट बेंड 
सीधी खडी हो जाएं और अपने हाथों में पानी की बोतल पकडें। एक बार बाई तरफ झुकें। फिर दाहिनी तरफ झुकें। ऐसा 12-16 बार दोहराएं।

* वॉल सिट 
अपनी पीठ को दीवार से सटाएं। फिर धीरे-धीरे अपने घुटनों को 90 डिग्री कोण की तरह मोडते हुए दीवार से सटे हुए बैठें। कल्पना करें कि जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठी हैं। 30-50 सेकंड तक इसी स्थिति में रुकें। फिर सामान्य अवस्था में आएं।

* लेग एक्सटेंशन 
कुर्सी पर बैठ जाएं। एब्स को भीतर की तरफ खींचकर बाएं पैर को बाहर की ओर फैलाते हुए हिप के सामने लाएं। 2 सेकंड रुकें। फिर यही क्रिया दूसरे पैर के साथ भी करें। प्रत्येक पैर से 12-16 बार के दो सेट करें।

* चेयर डिप्स 
कुर्सी के पास पीठ करके खडी हो जाएं। हाथों को पीछे करके कुर्सी की गद्दी के कोनों को दोनों हाथों से पकडें और कोहनियों को मोडते हुए पैरों को अपने सामने की ओर फैलाएं। फिर अपने हाथों पर दबाव डालते हुए खुद को पीछे की तरफ पुश करें। जैसे कि आप पूर्व अवस्था में थीं। ऐसा 12-16 बार दोहराएं।