किसानों की आवाज बने पीलीभीत के डीएम, गारंटी है 1868 रूपये मिलेगा क्विंटल

Bareilly Zone UP

पीलीभीत।(www.arya-tv.com) आढ़त पर धान बेचोगे तो 1000-1200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से रुपये मिलेंगे, सरकारी केंद्र पर बेचोगे तो 1868 के दाम मिलेंगे, मेरी गारंटी है। कहां बेचोगे… (किसान का जवाब आया सरकारी केंद्र पर)? डिप्टी आरएमओ, यह आपका काम है, मेरा नहीं है।

पंजीकरण नहीं हुआ है तो कराइए। किसकी गलती है? किसान मेहनत करके धान ले आया, अब पंजीकरण नहीं है तो उससे कह दोगे कि जाओ वापस। …कोई पंजीकरण नहीं, कोई सत्यापन नहीं। इनका धान तुलवाइए। यह आपका काम है, किसान नहीं भुगतेगा इस वजह से… समझ गए।

12 अक्टूबर को पीलीभीत के मंडी स्थल में डीएम पुलकित खरे के इन तल्ख तेवर का वीडियो ट्विटर पर खूब वायरल हो रहा है। हैशटैग जनसेवक पर यूजर्स उनके काम की सराहना कर रहे। कह रहे, कुछ ऐसे भी आइएएस अफसर होते हैं जो एग्जाम टाप करें या नहीं, लेकिन जमीन पर टॉप का काम करते हैं। श्यामवीर सिंह ने उन्हें असली जनसेवक लिखा। उनके ट्वीट को 11 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके।

चार हजार से ज्यादा लोगों ने इसे रीट्वीट किया है। दरअसल, सरकारी केंद्रों पर धान में नमी बताकर खरीद न होने की शिकायत पर डीएम पुलकित खरे मंडी स्थल पहुंचे थे। उन्होंने सहायक जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी (डिप्टी आरएमओ) अविनाश झा की फटकार लगाई तो वहां उपस्थिति किसानों ने ताली बजाकर डीएम पुलकित का अभिवादन किया। कहा कि डीएम ने उनकी आवाज उठाई।

उसी दिन शाम को डीएम ने लापरवाही पर केंद्र प्रभारी सर्वेश अवस्थी, अनुज कुमार, शिवराज सिंह को निलंबित कर दिया था। 25 अगस्त को धान खरीद की तैयारियों संबंधी समीक्षा बैठक में डीएम ने उप निदेशक (कृषि) यशराज सिंह व डिप्टी आरएमओ अविनाश झा को निर्देश दिए थे कि धान खरीद के लिए जिले में 50 हजार किसानों का पंजीकरण कराएं। बुधवार तक महज 19 हजार 409 किसानों के ही पंजीकरण हो सके हैं।

इस पर दोनों से दो दिन में स्पष्टीकरण मांगते हुए सात दिन में लक्ष्य पूरा करने को कहा है। वहीं गजरौला थाना क्षेत्र के गांव बिठौरा कलां में किसानों के बजाय बिचौलियों से खरीद करने पर केंद्र प्रभारी भरत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।