डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए इसे और सुरक्षित बनाना जरूरी

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(www.arya-tv.com)कोरोना महामारी के चलते देश में डिजिटल पेमेंट में लगातार बढ़ोतरी हुई है। फाइनेंशियल एडवाइजरी फर्म KPMG की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आने वाले महीनों में डिजिटल पेमेंट में 78% की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि जैसे-जैस देश में डिजिटल पेमेंट की संख्या बढ़ेगी वैसे-वैसे कई चुनौतियां भी सामने आएंगी।

इसको लेकर सुरक्षा एक सबसे बड़ी चुनौती है। सुरक्षित डिजिटल पेमेंट सिस्टम डेवलप करने के लिए साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करना सबसे जरूरी है। हम आपको बता रहे हैं कि डिजिटल पेमेंट सिस्टम के लिए कैसे और क्यूं सिक्योरिटी जरूरी है।

धोखाधड़ी को रोकना जरूरी
भारत में डिजिटल पेमेंट सेगमेंट के विकास के साथ फर्जी गतिविधियां जैसे हैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड और धोखाधड़ी भी बढ़ रही हैं। ऐसे में साइबर सिक्योरिटी को और मजबूत बनाकर लोगों का यह विश्वास दिलाना होगा कि, आपका पेमेंट पूरी तरह सुरक्षित है। क्योंकि देश का वो वर्ग जो ज्यादातर पैसों की समस्या से जूझता रहता है वो पैसों के नुकसान को वहन करने की स्थिति में नहीं है। इस वर्ग को डिजिटल पेमेंट से जोड़ने के लिए धोखाधड़ी को रोकना जरूरी है।

टेक्निकल फेलियर को कम करना जरूरी
डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए साइबर सिक्योरिटी बेहतर बनाने के साथ ही इसमें आने वाली तकनीकी खराबी जैसे पेमेंट फेल होना या पैसे कटने पर भी ट्रांसफर न होने को कम करना होगा। इसके अलावा इसे ऐसा बनाना चाहिए कि अपराधी पेमेंट गेटवे के साथ छेड़छाड़ न कर सकें और अगर ऐसा हो भी तो उन्हें तुरंत पकड़ा जा सके।

ग्राहक का विश्वास जीतना जरूरी
भारत जैसे देश में जहां आज भी ज्यादातर लोग नगद भुगतान पर ज्यादा भरोसा करते हैं। हालांकि देश की शहरी आबादी बड़े पैमाने पर डिजिटल पेमेंट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन इसकी तुलना अगर अन्य देशों से की जाए तो अब भी हमारे देश में डिजिटल पेमेंट की गति धीमी है। इसका एक प्रमुख कारण डिजिटल पेमेंट को लेकर सुरक्षा और विश्वास की कमी है। अगर डिजिटल पेमेंट देने वाली कंपनियां लोगों में ये विश्वास जगा पाएं कि ये पूरी तरह सुरक्षित है और आपका पैसा चोरी नहीं होगा या पेमेंट फेल होने के कारण फंसेगा नहीं तो देश में डिजिटल पेमेंट में तेजी आ सकती है।

आसान और सुरक्षित पेमेंट सर्विस
आज हर डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म आसान और जल्दी पेमेंट कराने पर फोकस कर रहे हैं। लेकिन सुविधा को बढ़ाने और ग्राहकों के मन में डिजिटल पेमेंट के प्रति जो डर है उसे दूर करने के लिए इसे बायोमेट्रिक सुरक्षा और डिजिटल पहचान से जोड़ा जाना चाहिए।

देश में तेजी से बढ़ रहा UPI पेमेंट का चलन

यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए पैसों का लेनदेन इस समय सबसे ज्यादा चलन में है। मोबाइल प्लेटफॉर्म से किसी दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए UPI का इस्तेमाल किया जाता है। यह ऐसा कॉन्सेप्ट है, जो कई बैंक अकाउंट को एक मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए पैसे ट्रांसफर करने की इजाजत देता है। UPI को अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था। जनवरी 2021 में ऑनलाइन लेनदेन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है। UPI के जरिए रिकॉर्ड 230 करोड़ से ज्यादा लेनदेन हुए हैं। इस दौरान कुल 4 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन हुआ।