यूपी भवन में मॉडल का यौन शोषण:पीड़िता बोली- कमरा लॉक करके कहा एक मिनट में तुम्हारा करियर बिगाड़ दूंगा

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(www.arya-tv.com) दिल्ली के UP भवन में यौन उत्पीड़न मामले में मंगलवार को पीड़िता और आरोपी दोनों सामने आए। मॉडल ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि महाराणा प्रताप सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। धमकी दी कि तुम्हारा करियर बना दूंगा और एक मिनट में बिगाड़ भी दूंगा।

वहीं, आरोपी राजवर्धन सिंह परमार ने भी पूरे मामले पर सफाई दी। परमार ने कहा कि वह नशा मुक्ति, लव जिहाद और मजार मुक्त भारत को लेकर अभियान चला रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ साजिश की गई है। मैं नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं। इस साजिश का पर्दाफाश करके रहूंगा।

पीड़िता ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में दर्ज कराई FIR में डिटेल में जानकारी दी है। FIR के मुताबिक, राजवर्धन सिंह परमार ने राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से मुलाकात कराने के बहाने UP भवन ले गया था। वहां कमरा बंद करके उसके साथ जबरदस्ती की कोशिश की। पीड़िता ने FIR में खुद को अभिनेत्री बताया है।

उधर, यूपी सरकार ने इस मामले में यूपी भवन में कार्यरत 3 लोगों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम दिनेश कारुष, राकेश चौधरी और पारस हैं। अब यूपी भवन की जिम्मेदारी राजीव तिवारी को दी गई है। पुलिस ने जिस कमरा नंबर-122 में वारदात हुई, उसको सील कर दिया है।

“कमरा लॉक करके मेरे सामने खड़ा हो गया”
पीड़िता की तरफ से दर्ज FIR के मुताबिक, “राजवर्धन सिंह परमार खुद को BJP नेता और राजनाथ सिंह को अपना ताऊ बताता है। मेरी पहली बार उससे मुलाकात 25 मई, 2023 को दिल्ली के विट्ठल भवन पटेल चौक के कैफे कॉफी शॉप में हुई। उसने मुझे 26 मई को भी इसी भवन पर बुलाया और यह कहकर यूपी भवन ले गया कि चलो आपको वहां नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह से मिलवाता हूं। जब मैंने रूम में जाकर देखा, तो वहां कोई नहीं था। अंदर से लॉक लगाकर राजवर्धन सिंह परमार ने वेट करने के लिए कहा कि कुछ देर में दोनों नेता आ रहे हैं। उसके बाद मीटिंग हो जाएगी।”

FIR के मुताबिक, “इस दौरान आरोपी बाथरूम गया। वहां कपड़े उतार कर बाहर आया और मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने भागने की कोशिश की, तो जबरदस्ती करने लगा। मुझे धमकी देने लगा कि तुम्हारा करियर बना दूंगा और एक मिनट में बिगाड़ भी दूंगा।”

हालांकि FIR कॉपी में महिला ने ये बात भी साफ तौर पर लिखी है कि वो अपना मेडिकल परीक्षण नहीं कराना चाहती।