(www.arya-tv.com)कश्मीर के बटमालू इलाके में गुरुवार तड़के करीब 3 बजे हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस शामिल थी। सुरक्षा एजेंसियों को बटमालू के फिरदौस में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।
सीआरपीएफ के मुताबिक, आतंकी एक घर में छिपे थे। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने घर को घेर लिया। दरवाजा बंद होने पर सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर के नेतृत्व में सुरक्षाकर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। राहुल माथुर ने घर की तलाशी शुरू कर दी। एक आतंकी घर में ही था। उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी।
अफसर को सीने और पेट में गोली लगी
सीआरपीएफ ने बताया- डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर को सीने और पेट में गोली लगी। जवाबी कार्रवाई में उन्होंने आतंकवादी को मौके पर ही मार गिराया। उन्हें श्रीनगर के मिलिट्री हॉस्पिटल में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। सीआरपीएफ के डीजी एपी माहेश्वरी ने कहा, “डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर ने अदम्य साहस दिखाया। उन्हें दो गोलियां लगी हैं। उनका इलाज किया जा रहा है।”
आतंकियों के पास से हथियार बरामद
इस बीच, ऑपरेशन जारी रखा गया था। अंधेरे के कारण कुछ समय के लिए फायरिंग रोक दी गई। घर को घेर लिया गया। सीनियर अफसरों की निगरानी में, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान दो और आतंकवादियों को मार गिराया गया। उनके पास से हथियार बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक नागरिक कांसर रियाज (45) की भी जान चली गई। वहीं, सीआरपीएफ के एक अधिकारी सहित दो लोग और घायल हो गए। डीजीपी दिलबाग सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फायरिंग के दौरान एक महिला फंस गई थीं। उसकी मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस साल 177 आतंकवादी मारे गए
सिंह ने कहा कि दक्षिण और उत्तरी कश्मीर के अन्य जिलों के आतंकी सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए श्रीनगर आते रहते हैं। डीजीपी ने कहा- 2019 की तुलना में 2020 बेहतर रहा है। इस साल अब तक हमने 72 ऑपरेशन किए हैं, जिनमें जम्मू में 12 समेत 177 आतंकवादी मारे गए हैं। 177 आतंकियों में 22 पाकिस्तानी हैं। इससे पता चलता है कि आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान की सीधी भागीदारी है।