सिविल की व्यवस्थाओं से खुश हुए CM, चिकित्सा अधीक्षक का कार्य सराहनीय

Lucknow UP
Suyash Mishra

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अस्पतालों का निरिक्षण कर रहे हैं।  लोहिया संस्थान के निरीक्षण के दूसरे दिन ही सीएम योगी ने गुरुवार को सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। सीएम योगी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्थाओं की तारीफ की। सीएम ने न सिर्फ अस्पताल के निदेशक की तारीफ की बल्कि चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष कुमार दुबे के कार्यों की तारीफ की।

 

मुख्यमंत्री ने डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि अस्पताल के चिकित्सक पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे हैं, चिकित्सालय में प्रदान की जा रही सेवाएं एक आदर्श अस्पताल की भांति हैं। सीएम ने इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक आॅपरेशन की कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं। इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक आॅपरेशन सेवा के प्रारम्भ होने से गरीब और जरूरतमन्द लोगों को मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर नियमित राउण्ड लें। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था के साथ-साथ बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के समुचित प्रबन्ध किए जाएं।

मेडिकल इंफेक्शन से चिकित्साकर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए डाॅक्टरों, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ तथा एम्बुलेंस के चालकों का नियमित प्रशिक्षण किया जाए। सुबह करीब 10.40 बजे वह सिविल अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले वह इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करने के लिए आगे बढ़े। वहां मौजूद डॉक्टरों ने भारत सरकार की कोविड-19 गाइडलाइन के तहत मुख्यमंत्री का थर्मल स्कैनर से तापमान नापा और फिर उनका हाथ सैनिटाइज कराया। इसके बाद सीएम ने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। फिर वह हाल में बैठे मरीजों के तीमारदारों से अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
 
बुजुर्ग महिला के मुंह पर मास्क नहीं होने पर सीएम ने डॉक्टरों से मास्क देकर उनका परीक्षण करने को कहा। फिर वह आइसोलेशन वार्ड की ओर बढ़ चले, जिसमें सात-आठ मरीज भर्ती थे। उन्होंने साइकेट्रिक व सर्जरी ओपीडी भी देखा। ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था का जायजा लिया। ड्यूटी से कुछ डॉक्टरों के गायब रहने पर सीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने जाने से पहले अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया कि मरीजों को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए। समस्त सरकारी सुविधाओं का लाभ उन्हें दिया जाए। डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी नियत समय पर अस्पताल पहुंचें सीएम की नाराजगी के बाद अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने डॉक्टरों से अनुपस्थित रहने का कारण नोटिस देकर पूछा है। हालांकि उन्होंने  दावा किया कि सीएम योगी व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आए।

 

सर्जरी खुलने से मिलेगा मरीजों को लाभ
मुख्यमंत्री ने धीरे-धीरे अस्पताल की अन्य सुविधाओं को खोलने की बात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। सीएम ने सर्जरी वार्ड से लेकर आॅपरेशन थिएटर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। सर्जरी वार्ड में पैर का आॅपरेशन कराने आए गिरधारी लाल मिश्र ने बताया कि वह पिछले 3 दिनों से भर्ती हैं अभी तक उनका आॅपरेशन नहीं किया गया। हालांकि इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया कि मरीज का शुगर लो है जो दवाइयों से नार्मल किया जा रहा है।  साथ ही खून की कमी है जल्द ही खून चढ़ाकर मरीज का आॅपरेशन किया जाएगा।